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उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की किस सोसायटी में लोगों ने किया बहिष्कार, जानें मेंटेनेंस शुल्क कटौती पर क्यों अड़े निवासी

Greater Noida News : सोसायटी के लोगों का कहना है कि यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह 28 जून को महागुन के नोएडा ऑफिस पर धरना देंगे। निवासियों का कहना है कि उनसे मेंटेनेंस फीस अधिक ली जा रही है, जबकि सुविधा के नाम पर कुछ नहीं मिल रहा है।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : praveen vikram Updated: Jun 21, 2025 22:24
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में महागुन मंत्रा सोसायटी में टूटी दीवार

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा वेस्ट की महागुन मंत्रा सोसायटी में निवासियों ने मेंटेनेंस और सुरक्षा के मुद्दे पर हुई बैठक का बहिष्कार कर दिया है। सोसायटी के लोगों का कहना है कि यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह 28 जून को महागुन के नोएडा ऑफिस पर धरना देंगे। निवासियों का कहना है कि उनसे मेंटेनेंस फीस अधिक ली जा रही है, जबकि सुविधा के नाम पर कुछ नहीं मिल रहा है। लोगों का कहना है कि वह मेंटेनेंस फीस में कटौती करेंगे।

20% फीस काटने की है मांग

सोसायटी में रहने वाले जेपी पांडेय ने बताया कि करीब 560 परिवार यहां रहते हैं। सुविधा के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा है। सोसायटी की दीवारों पर दरार आ गई है। जगह-जगह पानी भरने लगा है। इसके अलावा कई अन्य तरीके की समस्या सोसायटी में है। अब निवासियों ने मन बना लिया है कि 20% मेंटेनेंस फीस में वह कटौती करेंगे। लोगों ने 28 जून को नोएडा ऑफिस पर धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।

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साढ़े तीन रुपए प्रति स्क्वायर फीट वसूला जाता है मेंटेनेंस

लोगों का कहना है कि अन्य सोसायटी की अपेक्षा महागुन मंत्रा में सबसे ज्यादा साढ़े तीन रुपए स्क्वायर फीट का मेंटेनेंस वसूला जाता है, लेकिन सुविधा के नाम पर यहां कुछ मौजूद नहीं है। सोसायटी में लगे पेड़ पौधे नष्ट हो रहे हैं। लगातार उनकी रखवाली करने वाला माली नहीं आता है। सोसायटी में काम करने वाली नौकरानी की मनमानी पर मेंटेनेंस टीम अंकुश नहीं लगा पाती है। आए दिन सोसायटी के लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है।

एसटीपी का पानी खुले मैदान में बहाया जाता है

लोगों का कहना है कि एसटीपी का पानी नालियों में व खुले मैदान में बहाया जाता है। ग्राउंड फ्लोर पर एक भी गेस्ट पार्किंग नहीं बनाई गई है। ग्रीन बेल्ट को पार्किंग बनाकर बेच दिया गया है। सोसायटी के बेसमेंट में कूड़ा पड़ा रहता है, जिससे पूरे दिन वहां बदबू आती रहती है। सोसायटी में मौजूद समस्याओं का समाधान करना जरूरी हो गया है।

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हर महीने एकत्र होता है 20 लाख रुपए

निवासियों का कहना है कि उनसे वसूले जाने वाला मेंटेनेंस कहां यूज हो रहा है, इसकी कोई जानकारी नहीं है। सोसायटी में हर महीने करीब 560 परिवार से 20 लाख रुपए का मेंटेनेंस शुल्क वसूला जाता है। इतनी मोटी फीस वसूलने के बाद भी सोसायटी में सुविधा के नाम पर कुछ भी मौजूद नहीं है। मेंटेनेंस प्रबंधन लोगों को सुविधा मुहैया कराने में फेल साबित हो रहा है।

First published on: Jun 21, 2025 10:24 PM

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