रिपोर्ट बाय: अजीत सिंह, गोरखपुर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश में इन दिनों सिर्फ इसी को लेकर बात हो रही है। भारत की सरकार की तरफ से काफी तैयारियों की खबर भी आ रही है। इसी बीच गोरखपुर के ITM (इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट) के छात्र ने 400 ग्राम का एक अल्ट्रा-मॉडर्न रक्षा वाहन बनाया है, जिसका नाम ‘डिफेंस रोबो थार’ है। यह अल्ट्रा-मॉडर्न गाड़ी एक किलोमीटर दूर तक दुश्मन के क्षेत्र में घुसकर उनके टैंक और सैन्य वाहनों को विस्फोट से नष्ट कर सकती है। इस ‘डिफेंस रोबो थार’ को ITM के B.Tech के सेकेंड ईयर कंप्यूटर साइंस के स्टूडेंट अंशित श्रीवास्तव ने बनाया है।
दुश्मन के इलाकों में मचा सकता है तबाही
अंशित श्रीवास्तव ने इस ‘रोबो थार’ को कॉलेज के इनोवेशन सेल में 2 महीनों की कड़ी मेहनत के बाद तैयार किया है। अंशित श्रीवास्तव ने बताया कि यह रोबोट फाइबर और कार्बन फाइबर से बनाया गया है, जिसका आकार करीब एक फुट है और वजन लगभग 400 ग्राम है। यह छोटा दिखने वाला रोबोट 700 ग्राम तक का विस्फोटक लेकर दुश्मन के इलाके में घुस सकता है और लक्षित स्थान पर विस्फोट कर सकता है।
लैंडमाइंस को भी कर सकता है निष्क्रिय
इसके अलावा इस ‘रोबो थार’ में वायरलेस कैमरा भी लगा हुआ है, जो दुश्मन की ऑडियो और वीडियो जानकारी जवानों तक पहुंचाने में सक्षम है। यह हाई रेडियो कंट्रोल रिमोट से ऑपरेट होता है। इसकी मदद से बहुत ही आसानी से दुश्मन की गाड़ियों के नीचे बम रखा जा सकता है। इसके अलावा यह रोबोट रास्ते में आने वाले लैंडमाइंस को अपने पावरफुल वाइब्रेशन सिस्टम के जरिए निष्क्रिय भी कर सकता है। इसे बनाने में करीब 45,000 रुपये का खर्च आया है।
इस प्रोजेक्ट में थ्री-डी प्रिंटर, हाई फ्रीक्वेंसी ट्रांसमीटर और रिसीवर, मिनी गियर मोटर, वायरलेस कैमरा जैसे एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है।
यह भी पढ़ें: बिहार के 16 जिलों में आंधी-पानी और बिजली गिरने का अलर्ट; पढ़ें IMD का ताजा अपडेट
छात्र की तारीफ
छात्र की सराहना करते हुए संस्थान के निदेशक डॉ. एन के सिंह ने कहा कि हमारे कॉलेज के इनोवेशन सेल में छात्र राष्ट्र और समाज हित में नवाचार पर आधारित विचारों को मूर्त रूप देते हैं। ‘रोबो थार’ जैसे प्रोजेक्ट यह सिद्ध करते हैं कि हमारे छात्र देश के भविष्य हैं और उनके नवाचार भारतीय रक्षा प्रणाली को और अधिक सशक्त बना सकते हैं। आईटीएम गोरखपुर इस प्रकार के तकनीकी प्रयासों को प्रोत्साहित करता रहेगा।