यूपी और दिल्ली के बीच गंगा एक्सप्रेसवे बन रहा है। ये यूपी और दिल्ली के आने-जाने वाले लोगों का सफर मात्र 6 घंटे में 600 किमी की दूरी पूरी कर देगा। फिलहाल, इस रोड इंफ्रा प्रोजेक्ट का 90% काम पूरा हो चुका है और जल्द यह ट्रैफिक के लिए खुल सकता है। यह गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक जाएगा। अभी एक्सप्रेसवे पर बड़ा अपडेट आया है कि कानपुर-लखनऊ रूट पर सोनिक स्टेशन के पास गंगा एक्सप्रेसवे के लिए रेलवे लाइन पर ब्रिज कंस्ट्रक्शन के बाद स्टील गर्डर लगाने का काम चल रहा है।
क्या है इस एक्सप्रेसवे की लागत
गंगा एक्सप्रेसवे की अनुमानित लागत 36,230 करोड़ रुपये है। गंगा एक्सप्रेसवे, मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज में NH 19 पर जुदापुर दादू गांव के पास खत्म होने के साथ ही यह यूपी के 12 जिलों के 518 गांवों से होकर जाएगा।
6 लेन में बनाया जा रहा एक्सप्रेसवे
गंगा एक्सप्रेसवे को 7,467 हेक्टेयर जमीन पर बनाया जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे 6 लेन में बनाया जा रहा है, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 8 लेन करने का प्रस्ताव है। इस एक्सप्रेसवे पर गाड़ियों को 120 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलाने की अनुमति होगी। इस एक्सप्रेसवे पर 28 फ्लाईओवर, 381 अंडरपास और 126 छोटे पुल बने हैं। 9 अलग-अलग लोकेशन पर गंगा एक्सप्रेसवे की साइड पब्लिक फैसिलिटी कॉम्प्लेक्स डेवलप होंगे। वहीं, मेरठ और प्रयागराज पर मेन टोल प्लाजा का प्लान बनाया गया है, जबकि 15 जगहों पर रैंप टोल प्लाजा शुरू किए गए हैं। इस एक्सप्रेसवे को कुछ खास तरह से डिजाइन किया गया है कि कोई भी इमरजेंसी होने पर फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर भी इस पर उतार सकते हैं। इसके लिए शाहजहांपुर में साढ़े 3 किमी लंबी हवाई पट्टी बनाई जा रही है।
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