Bijnor News: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में प्रशासन ने पहली बार एक बड़ी सफलता हासिल की है। बिजनौर प्रशासन ने मानसून के दौरान बाढ़ की चपेट में आने वाले गांवों को गूगल मैप्स पर दर्ज किया है। इसके बाद किसी भी आपात स्थिति में ग्रामीण सीधे मदद टीमों से संपर्क कर सकेंगे।
प्रशासन ने बनाई 31 बाढ़ चौकियां
जिले के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) अरविंद कुमार सिंह ने बताया है कि मैपिंग के माध्यम से ग्रामीण आपातकालीन स्थिति के लिए क्षेत्र में बनाई गई 31 बाढ़ चौकियों से तत्काल मदद ले सकते हैं। मदद के लिए दो मोटर नौकाओं और गोताखोरों समेत कई नावें किसी भी अप्रिय घटना से निपटने में तैनात होंगी।
उन्होंने कहा कि एप्लिकेशन पर सरकारी कर्मचारियों के मोबाइल नंबर समेत अन्य विवरण भी अपलोड किए गए हैं। इसके अलावा समाहरणालय परिसर में इमरजेंसी कंट्रोल रूप भी बनाया गया है।
ये नदियां गुजरती हैं बिजनौर से
जिला आपदा विशेषज्ञ प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि बिजनौर से गंगा, बनेली, मालन, खो, रामगंगा, गागन, पीली, फीका और धारा समेत करीब एक दर्जन छोटी-बड़ी नदियां गुजरती हैं। अभी तक हमने 326 गांवों को शॉर्टलिस्ट किया है, जो बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं, क्योंकि ये गांव गंगा नदी के तट पर स्थित हैं।
गांव वालों की है स्थायी समाधान की मांग
उधर, बिजनोर के 25 से ज्यादा गांवों के लोगों ने दावा किया कि बरसाती नदियों के कहर से बचने और रोकने के लिए एक स्थायी तटबंध की काफी समय से मांग की जा रही है, लेकिन प्रशासन की ओर से इसे लगातार अनदेखी किया जा रहा है।