उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में मकबरा-मंदिर को लेकर सोमवार को जमकर बवाल हुआ है। हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को चकमा देकर मकबरे पर भगवा झंडा लहरा दिया। जिसके बाद मुस्लिम पक्ष के लोग भड़क गए। बताया जा रहा है कि इसके बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने किसी तरह हल्का बल प्रयोग कर दोनों पक्षों को पीछे खदेड़ दिया। फिलहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर कई थानों की पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है।
पुलिस के सामने मकबरे में घुस गई भीड़
सोमवार को हिंदू महासंभा के कार्यकर्ता और भाजपा जिलाध्यक्ष भारी भीड़ के साथ मकबरे पर पहुंचे। पुलिस ने भीड़ के आने की सूचना से पहले ही सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की हुई थी। इसके बावजूद भीड़ पुलिस के सामने मकबरे में घुस गइ और जमकर बवाल काटा। भीड़ ने मकबरे में मौजूद कई कब्रों में तोड़फोड़ की। जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। भीड़ का नेतृत्व भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल और विधायक विक्रम सिंह कर रहे थे। इस दौरान हिंदू संगठन के कार्यकताओं ने मकबरे में हनुमान चालीसा का पाठ किया और भगवा लहरा दिया।
पुलिस के सामने दोनों पक्षों में जमकर हुआ पथराव
बताया जा रहा है कि इस घटना से मुस्लिम समुदाय भड़क गया। इसके बाद दोनों पक्षों में जमकर पत्थरबाजी हुई। सबसे बड़ी बात है कि यह सब पुलिस के सामने हुआ। पुलिस के जवानों ने पहले लोगों को समझा-बुझाकर शांत करने की कोशिश की, लेकिन मामला बढ़ता देख हल्का बल प्रयोग दोनों पक्षों को पीछे खदेड़ दिया।
अकबर के पोते ने बनवाया था मकबरा
मकबरे के मुतवल्ली मोहम्मद नफीस का कहना है कि यह मकबरा करीब 500 साल पुराना है और इसे अकबर के पोते ने बनवाया था। उन्होंने बताया कि यहां अबू मोहम्मद और अबू समद की मजारें मौजूद हैं। इसे बनने में करीब 10 साल का वक्त लगा था।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने बताया प्राचीन मंदिर
भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल का कहना है कि फतेहपुर के आबूनगर रेड़िया मोहल्ले में प्राचीन इमारत मकबरा नहीं है। यह प्राचीन मंदिर है। सोमवार को मंदिर में पूजा-अर्चना और समाधि की सफाई का काम प्रस्तावित था, लेकिन पुलिस और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ऐसा नहीं होने दिया। उनका कहना है कि वे समाधि स्थल के अंदर पूजा-अर्चना करने के बाद ही वापस जाएंगे।