Dhananjay Singh News (नीतीश कुमार) : उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के पूर्व सांसद और बाहुबली धनंजय सिंह को शनिवार को जौनपुर जिला जेल से बरेली जेल में शिफ्ट किया गया। वे रास्ते में ही थे तभी इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी। हालांकि, HC ने सजा रद करने वाली याचिका खारिज कर दी। इस बीच धनंजय सिंह की पत्नी और बसपा उम्मीदवार श्रीकला सिंह ने कहा कि मेरी मांग का सिंदूर और मंगलसूत्र खतरे में है।
श्रीकला सिंह ने शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि धनजंय सिंह को अचानक से बरेली जेल में शिफ्ट करना हम लोगों को परेशान कर रहा है। उन्होंने पति और अपनी हत्या की आशंका जताते हुए प्रधानमंत्री से मांग का सिंदूर और मंगलसूत्र बचाने की गुहार लगाई है। श्रीकला ने अभय सिंह का नाम लिए बिना कहा कि जिन लोगों ने मेरे पति पर AK-47 से जानलेवा हमला किया था, वो लोग आज सत्ता में हैं। डर है कि ये लोग मेरे पति की हत्या की कोशिश कर सकते हैं।
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धनंजय सिंह ने जौनपुर के लोगों की सेवा की : श्रीकला
जौनपुर से बसपा उम्मीदवार ने कहा कि विपक्षियों को डर सता रहा है कहीं धनंजय सिंह बाहर आ गए तो हार का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए उनको फर्जी मुकदमों में फंसाने का षड्यंत्र रच सकते हैं। मेरे पति का गुनाह सिर्फ इतना है कि वो जनता की आवाज हैं और हम एक एक लोग धनंजय बनकर लड़ रहे हैं। मेरे पति ने बिना रुके, बिना थके जौनपुर के लोगों की सेवा की है और जब आपकी आवाज को सदन तक पहुंचाने के लिए चुनाव लड़ने का फैसला किया तो उनके ऊपर फर्जी मुकादमे दर्ज कराए गए।
मेरे मंगलसूत्र पर संकट है : बसपा उम्मीदवार
श्रीकला सिंह ने कहा कि मैं आज देश के प्रधानमंत्री से पूछना चाहती हूं कि विपक्ष की सरकार बनने पर आप मंगलसूत्र छीन जाने की बात करते हैं। आज आपकी सरकार में ही मेरे मंगलसूत्र पर संकट है। क्या आपका ध्यान इस पर नहीं जाएगा? क्या यहां जनता की सेवा में अपना सब कुछ न्योछावर करने के बाद चुनाव लड़ने की इच्छा रखना गुनाह है? मैं जौनपुर की जनता से पूछना चाहती हूं कि क्या आप अपने बेटे की अन्याय के खिलाफ इस लड़ाई में उनका साथ नहीं देंगे?
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ये लड़ाई जौनपुर के हर एक व्यक्ति की है : धनंजय सिंह की पत्नी
उन्होंने आगे कहा कि अब ये लड़ाई सिर्फ मेरी नहीं है, अब जौनपुर के हर एक व्यक्ति को ये लड़ाई लड़नी है। ये लड़ाई किसी एक जाति या धर्म की नहीं होगी, ये लड़ाई होगी अपनी बहू की सिंदूर को बचाने की, आपके अपने बेटे की जान को बचाने की, जौनपुर का सम्मान बचाने की। मैं आप सबके सामने अपना आंचल फैलाती हूं कि अपना प्यार, आशीर्वाद और साथ मेरी झोली में डाल दीजिए।