वसीम सिद्दीकी, बस्ती
22 साल पुराने एक मामले में बीजेपी के 1 पूर्व विधायक समेत 5 लोगों को जेल भेज दिया गया है। इनमें 2 पूर्व ब्लॉक प्रमुख भी शामिल हैं। हाल ही में सभी आरोपियों को एक मामले की लंबी सुनवाई के बाद सजा सुनाई गई थी। मामले में अपील खारिज हो गई, जिसके बाद पूर्व विधायक संजय जायसवाल, पूर्व ब्लॉक प्रमुख महेश सिंह, त्र्यंबक पाठक, बीएसपी नेता इरफान को जेल भेज दिया गया है। पूर्व मंत्री और विधायक आदित्य विक्रम सिंह फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं, उनको इलाज के बाद जेल भेजा जाएगा। सभी दोषियों ने अदालत में बेल अर्जी दाखिल की थी, जहां से इनको राहत नहीं मिल पाई। कोर्ट ने बेल खारिज कर जेल भेजने के आदेश दिए थे। न्यायालय ने लोअर कोर्ट के आदेश बरकरार रखे, जहां 7 आरोपियों को 3 साल की सजा सुनाई गई थी। एक आरोपी की ट्रायल के दौरान मौत हो चुकी है।
वोटों की गिनती के दौरान हुई थी मारपीट
चार्जशीट दाखिल होने के बाद मामले की सुनवाई जारी थी। कई गवाहों ने ट्रायल के दौरान गवाही दी। तत्कालीन ADM श्रीश दुबे और DSP ओमप्रकाश ने भी अपना पक्ष रखा था। कोर्ट ने सभी सबूतों को देखते हुए फैसला सुना दिया। बस्ती की MP-MLA कोर्ट ने मामले में 2024 में सजा का ऐलान किया था। मामला कोतवाली क्षेत्र के सदर तहसील का है, जब 3 दिसंबर 2003 को विधान परिषद चुनाव के वोटों की काउंटिंग चल रही थी। इस दौरान एडीएम रहे श्रीश दुबे के साथ मारपीट हुई थी।
एक आरोपी की हो चुकी मौत
आरोप है कि संजय जायसवाल, आदित्य विक्रम सिंह, उनकी पत्नी कांचना सिंह, पूर्व ब्लॉक प्रमुख महेश सिंह, त्र्यंबक नाथ पाठक और पूर्व विधायक कमाल युसूफ के बेटे इरफान और अशोक सिंह के बीच आपस में मारपीट हुई थी। आरोप है कि काउंटिंग दोबारा कराने की मांग को लेकर श्रीश दुबे से भी हाथापाई हुई। डीएसपी ओमप्रकाश सिंह ने बीचबचाव की कोशिश की, लेकिन उनके साथ भी मारपीट की गई। ट्रायल के दौरान एक आरोपी कांचना सिंह की मौत हो चुकी है।
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पूर्व विधायक आदित्य विक्रम सिंह की पत्नी कांचना सिंह सपा से एमएलसी की प्रत्याशी थीं और बीजेपी से मनीष जायसवाल एमएलसी के प्रत्याशी थे। चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी मनीष जायसवाल चुनाव जीते थे। आदित्य विक्रम सिंह पैरालिसिस की वजह से इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हैं, बाकी 5 लोगों को जेल भेज दिया गया है।
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पूर्व विधायक संजय जायसवाल उस समय कांचना सिंह के सपोर्ट में थे। बाद में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर एमएलए का चुनाव जीता था। उसके बाद बीजेपी के टिकट पर रूधौली विधानसभा से चुनाव जीते। बीता विधानसभा चुनाव संजय बीजेपी के टिकट पर लड़े थे, लेकिन हार गए। त्र्यंबक नाथ पाठक पिछले विधानसभा चुनाव में हर्रया सीट से उतरे थे, उनको सपा ने टिकट दिया था, वे हार गए थे।