CM Yogi Lookalike Died: उत्तर प्रदेश के मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ के हमशक्ल सुरेश ठाकुर की मौत को उनकी पत्नी ने मॉब लिंचिंग बताया है, जबकि पुलिस ने इससे इनकार किया है। पुलिस का कहना है कि सुरेश ठाकुर के शरीर पर पिटाई के निशान नहीं मिले हैं। पुलिस ने सख्त लहजे में कहा कि पीट-पीटकर मारने जैसी खबर ना प्रसारित की जाए।
सुरेश ठाकुर की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर अखिलेश यादव ने कार्रवाई की मांग की है। बताया जा रहा है कि सुरेश ठाकुर समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार का काम करते थे। जानकारी के मुताबिक, सुरेश ठाकुर उन्नाव के चौपई गांव के रहने वाले थे। गुरुवार को उन्हें गंभीर रूप से घायल हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सुरेश की पत्नी का ये है आरोप
सुरेश की पत्नी का आरोप है कि 28 जुलाई को गांव के कुछ लोगों ने किसी बात को लेकर उनके पति के साथ मारपीट की थी। उनकी हालत बिगड़ने पर अस्पताल ले जाया गया था। उनका आरोप है कि उन्होंने जब पुलिस से मामले की शिकायत की तो उन पर पुलिस की ओऱ से सुलह का दबाव बनाया गया।
सपा के प्रचारक के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले सुरेश ठाकुर की पीट-पीट कर हत्या की घटना अत्यंत हृदय विदारक है।
---विज्ञापन---सरकार से अपील है कि वह जल्द से जल्द दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही सुनिश्चित करे।
भावभीनी श्रद्धांजलि। pic.twitter.com/cK0MmaP81P
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 11, 2023
सुरेश की मौत को लेकर पुलिस का क्या है कहना?
वहीं, SO अवधेश सिंह का कहना है कि सुरेश ठाकुर के साथ किसी ने मारपीट नहीं की थी, बल्कि किसी मामूली बात को लेकर गांव वालों के साथ उनकी कहासुनी हुई थी। पुलिस के मुताबिक शरीर पर किसी प्रकार के चोट के निशान नहीं है और इसलिए पीट-पीटकर मारने जैसी खबर ना प्रसारित की जाए।
योगी के हमशक्ल होने के कारण चर्चित थे सुरेश
सुरेश ठाकुर मुख्यमंत्री योगी के हमशक्ल होने की वजह से चर्चित थे। जानकारी के मुताबिक, सुरेश उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अंबेडकर में प्लांट ऑपरेटर थे। किसी मामले को लेकर धरना देने के बाद उन्हें टर्मिनेट कर दिया गया था।
उधर, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सपा के प्रचारक सुरेश ठाकुर की हत्या के मामले में कार्रवाई की मांग की है।