AMU Students Case: इजराइल-हमास युद्ध के बीच फिलिस्तीन के समर्थन में मार्च निकालने के आरोप में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के चार छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। चार छात्रों के अलावा कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। छात्रों द्वारा फिलिस्तीन के समर्थन में नारे लगाते हुए मार्च का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। जिन छात्रों का नाम एफआईआर में दर्ज किया गया है उनके नाम खालिद, कामरान, नावेद चौधरी और आतिफ हैं।
एफआईआर में बिना अनुमति के मार्च निकालने की बात कही गई है। पुलिस को बिना अनुमति एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दे पर एएमयू परिसर के अंदर छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बारे में सूचना मिली थी। इस मामले में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। छात्रों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 155ए, 188 और 505 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। छात्र ‘AMU Stand Palestine’ के पोस्टर लेकर सड़कों पर निकले थे।
तेरा मेरा रिश्ता क्या- ला इलाहा इल्लल्लाह…. तभी कह रहा हूँ, ईश्वर ना करें कभी भारत पर भी चरमपंथी हमला हुआ तो कुछ गद्दार देश नहीं, यही रिश्ता देखेंगे !! pic.twitter.com/KrhMy8tsnN
— Dr. Shalabh Mani Tripathi (मोदी का परिवार) (@shalabhmani) October 9, 2023
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एएमयू प्रशासन ने कहा कि वह छात्रों और मार्च में शामिल लोगों के खिलाफ कानून के मुताबिक सख्त कार्रवाई करेगा। बता दें कि हमास आतंकवादी समूह ने शनिवार, 7 अक्टूबर को तड़के इजराइल पर एक 5 हजार रॉकेट से हमला बोल दिया था। इसके बाद इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई की। इस युद्ध में अब तक 1300 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 1 लाख लोग विस्थापित हो गए हैं।
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सोशल मीडिया पर कई वीडियो में हमास के आतंकवादियों को इजरायल में लोगों की हत्या करते हुए दिखाया गया है। हमास आतंकियों ने विदेशी नागरिकों समेत कई लोगों को बंधक भी बना लिया है। वहीं इजरायल ने जवाबी कार्रवाई में ‘ऑपरेशन आयरन स्वॉर्ड्स’ शुरू किया है। बता दें कि भारत सरकार ने इस हमले में इजरायल का समर्थन किया है।