BJP target OBC voters of Uttar pradesh : साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं, इसे लेकर सभी राजनीतिक दल अपने अपने राज्यों की जनता को सरकार के काम काज का ब्योरा दिखाने में जुटे हुए हैं। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इस बार के चुनाव का केंद्र ओबीसी वर्ग को बताया जा रहा है, जिसके चलते पार्टियां इस वर्ग को पार्टी से जोड़ने पर जोर देने जा रही है। इसी बीच बीजेपी ने यूपी के ओबीसी वर्ग के वोटरों को साधने के लिहाज से एक खास प्लान बनाया है। जिसके सहारे भाजपा उत्तर प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में अभियान चलाने की योजना तैयार कर रही है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए भाजपा की ओर से टीमों का गठन किया जा रहा है, जो कि अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों में जाकर इस अभियान को धार देने का काम करेंगी।
अभियान के लिए टीम को कराया जा रहा अभ्यास, घर घर जाकर बताएगी सरकार का काम काज
ये टीमें ओबीसी के बीच पहुंचकर उन्हें इस योजना के फायदे बताएंगी और उन्हें रोजगार से जोड़ने का प्रयास करेगी। इस अभियान के यूपी प्रभारी और केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने बीते सप्ताह बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में आयोजित कार्यशाला में हर विधानसभा क्षेत्र में टीम बनाने के लिए ट्रेनिंग की शुरुआत की थी। इस मौके पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल भी मौजूद थे। आपको बता दें कि इसके पीछे बीजेपी की योजना है कि वह ओबीसी को लाभ पहुंचाने वाली विश्वकर्मा योजना को यूपी की सभी 403 विधानसभा तक पहुंचाए। इसके लिए भाजपा की ओर से प्रदेश के हर जिले में टीमों का गठन किया जा रहा है। ये टीमें ओबीसी वर्ग से जुड़े लोगों के घर जाकर भाजपा की ओर से चलाए गई इस योजना के बारे में लोगों को जानकारी देंगी। इतना ही नहीं, लोगों को इसकी जानकारी देने के साथ ही ये टीमें लोगों से इससे जुड़ने की अपील भी करेंगी।
हस्तशिल्पी परिवारों की जीवन में किरण बन कर आई है पीएम विश्वकर्मा योजना :प्रदेश अध्यक्ष
आपको बता दें कि बीते सप्ताह आयोजित हुई इस कार्यशाला में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी मौजूद थे, इस दौरान उन्होंने कहा था कि हस्तशिल्पी परिवारों के जीवन में पीएम विश्वकर्मा योजना एक किरण बनकर आई है। उन्होंने कहा था कि यूपी के हर शहर, गांव, गली, मोहल्ले में कारीगर परिवार हैं, जिनकी हर पीढ़ी मिट्टी के बर्तन बनाने, बाल काटने, दरियां बनाने, खिलौने बनाने के साथ ही मालाएं गूथने जैसे पारंपरिक काम से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि अब भाजपा के कार्यकर्ता अलग अलग प्रयत्न करके इन लोगों तक पहुंचेंगे और उन्हें विश्वकर्मा योजना का फायदा दिलवाने का प्रयास करेंगे।
योजना से हजार-हजार लोगों को जोड़ने की हर कार्यकर्ता को मिली जिम्मेदारी
इसी दौरान धर्मपाल सिंह ने भी आगे की जानकारी देते हुए बताया था कि भाजपा के पदाधिकारियों के साथ स्थानीय सांसद, विधायक और कार्यकर्ता बूथ लेवल पर जाकर इस योजना के पात्र हस्तशिल्पियों को इसकी जानकारी देते हुए योजना से जोड़ने का प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि इस योजना में 18 तरह के परंपरागत कार्यों को शामिल किया गया है। योजना को सफल बनाने और अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए भाजपा कार्यकर्ता अपने विधानसभा क्षेत्र में लगभग एक-एक हजार लोगों की लिस्ट बनाकर उन्हें नजदीकी जनसेवा केंद्र लाएंगे और इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कराएंगे। इतना ही नहीं, रजिस्ट्रेशन के बाद योजना के पात्रों को लोन दिलवाने में भी कार्यकर्ताओं की ओर से पूरी मदद की जाएगी। साथ ही योजना के दायरे में आने वाले इन कारीगरों के बनाए गए उत्पादों की ब्रांडिंग, पैकेजिंग के साथ मार्केटिंग में भी सरकार की ओर से सहयोग किया जाएगा। आपको बता दें कि इस योजना के दायरे में 18 तरह का परंपरागत रोजगार करने वाले ओबीसी समुदाय पर फोकस किया गया है।