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Lucknow: लखनऊ का नाम बदलने के लिए BJP सांसद संगम लाल गुप्ता का तर्क, बोले- ये गुलामी का प्रतीक

Lucknow: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रतापगढ़ (Prapatgarh) से भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता (Sangam Lal Gupta) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) को पत्र लिखा है। इस पत्र में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) का नाम लखनपुर या लक्ष्मणपुर (Lakhanpur या Lakshmanpur) किए जाने […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Mar 3, 2024 20:29
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लखनऊ का इमामबाड़ा

Lucknow: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रतापगढ़ (Prapatgarh) से भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता (Sangam Lal Gupta) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) को पत्र लिखा है। इस पत्र में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) का नाम लखनपुर या लक्ष्मणपुर (Lakhanpur या Lakshmanpur) किए जाने की मांग की गई है।

इस तरह बताया गुलामी का प्रतीक

इस मांग के पीछे भाजपा सांसद ने एक तर्क रखा है। प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि लखनऊ नाम गुलामी का प्रतीक है। पहले यहां नवाबों का राज था, उसके बाद अंग्रेजी हुकूमत को नवाबों ने स्वीकार कर लिया। यानी दोनों ही तरह से लखनऊ हमेशा गुलाम रहा और इसी कारण इसका नाम लखनऊ और फिर अवध पड़ा।

सांसद ने पत्र में ये लिखा

माननीय प्रधानमंत्री जी
भारत सरकार, नई दिल्ली

महोदय, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ जिसे स्थानीय मान्यता के अनुसार त्रेता युग में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने बतौर अयोध्या नरेश श्री लक्ष्मण जी को भेंट दिया था। इसी कारण उसका नाम लखनपुर और लक्ष्मणपुर रखा गया था, किंतु कालांतर में 18वीं सदी में नवाब आसफुद्दौला ने उसका नाम परिवर्तित करके लखनऊ रख दिया था और उसी परंपरा में लखनऊ चला रहा है।

यहां यह उल्लेखनीय है कि शानदार सांस्कृतिक विरासत के समृद्ध देश में आज हमारी पीढ़ी को अमृत कालखंड में लखनऊ के नवाबों की विलासिता की कहानियां सुनाकर उन्हें गुलामी का संकेत देना बिल्कुल ही अनुचित प्रतीत होता है। विलासिता पूर्ण जीवन शैली के कारण ही लॉर्ड डलहौजी ने अवध का अधिग्रहण कर ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया था। नवाब वाजिद अली शाह ने ब्रिटिश अधीनता स्वीकार कर ली थी।

अतएव जब देश अमृत कालखंड में प्रवेश कर चुका है तो गुलामी और विलासिता के प्रतीक लखनऊ के नाम को परिववर्तित कर भारत के शामदार सांस्कृतिक विरासत, गौरव, समृद्धि, मर्यादा और पौरुष के प्रतीक लखनपुर या लक्ष्मणपुर नाम से कराए जाने की कृपा करें।
(संगल लाल गुप्ता)

कौन हैं संगल लाल गुप्ता?

बता दें कि संगम लाल गुप्ता वर्ष 2019 में प्रतापगढ़ लोकसभा सीट से भाजपा सदस्य के रूप में चुने गए थे। इससे पहले वह अपना दल (सोनेलाल) के सदस्य के रूप में वर्ष 2017 में प्रतापगढ़ विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा सदस्य थे। उन्हें मार्च 2021 में भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में पदोन्नत किया गया था।

(cashcofinancial.com)

First published on: Feb 08, 2023 12:39 PM

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