UP Police Saved A Young Man Life With CPR: उत्तर प्रदेश के भदोही जिले से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां पुलिस ने सही वक्त पर पहुंचकर एक ऐसे व्यक्ति की जान बचाई है, जो खुद के जीवन को खत्म कर रहा था। भदोही पुलिस ने फंदे से झूलते युवक को सीपीआर देकर जान बचाई है। इस घटना के बाद जिले भर में भदोही पुलिस के इस काम की खूब तारीफ हो रही है। आत्महत्या कर रहे युवक की जान बचाने वाले पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
CPR देकर पुलिस ने बचाई युवक की जान
यह मामला जिले के कोतवाली क्षेत्र के छेड़ीवीर मोहल्ले का है। पुलिस ने बताया कि थाने में डायल 112 से फोन आया। फोन पर युवक के परिजनों ने रोते हुए पुलिस को बताया कि उनके बेटे ने अंदर से दरवाजा बंद कर फांसी लगाई है। सूचना मिलते ही पुलिस कुछ ही मिनट में मौके पर पहुंची और फंदे से झूलते युवक को नीचे उतारा। युवक की सांसें अटकी हुई थीं और दिल की धड़कन धीमी पड़ गई थी। इसके तुरंत बाद पुलिस की टीम ने युवक को सीपीआर दिया और उसकी जान बचाई।
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थाना भदोही अंतर्गत अंदर से बंद कमरे में युवक द्वारा फांसी लगाने की सूचना पर 112 पीआरवी कर्मियों द्वारा तत्काल कमरे का दरवाजा तोड़ते हुए युवक को सीपीआर देकर अस्पताल एडमिट कराकर जान बचाई गई।#SP_Bhadohi द्वारा कर्मियों के साहसिक कार्य की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए पुरस्कृत किया गया pic.twitter.com/UvVrFLK6uC
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युवक ने क्यों लगाई थी फांसी?
छेड़ीवीर मोहल्ले का रहने वाला रवि (21) घटना वाले दिन शराब के नशे में घर पहुंचा। इसको लेकर रवि के पिता ने उसे काफी फटकार लगाई, जिससे नाराज होकर रवि ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और पंखे के सहारे साड़ी से फंदा लगाकर झूल गया। इसके बाद परिजनों ने तुरंत डायल 112 को सूचना दी। जानकारी मिलते ही कुछ ही मिनट में पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर युवक को नीचे उतारा और उसे सीपीआर देना शुरू कर दिया। इससे उसकी जान बच गई। इसके बाद पुलिस ने युवक को अस्पताल में भर्ती कराया।
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वहीं, पुलिस के इस काम की चारों तरफ तारीफ हो रही है। युवक की जान बचाने वाले पुलिसकर्मी अश्विनी कुमार, पूजा पाल, अनुराधा वर्मा और चंद्रबली मौर्य को पुलिस अधीक्षक ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और उनके काम की सराहना की है।
क्या होता है CPR?
CPR का इस्तेमाल तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ा हो या फिर किसी एक्शन के बाद व्यक्ति प्रतिक्रिया नहीं दे रहा हो, जैसे कि सांस नहीं ले रहा है या केवल हांफ रहा है। CPR के इस्तेमाल से वक्त रहते ऐसे व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। CPR दो तरीकों से दिया जाता है: पहले हाथ से पीड़ित व्यक्ति के सीने पर 2 से 4 मिनट दबाया जाता है। अगर इसके बाद भी व्यक्ति प्रतिक्रिया न दे, तो उसे मुंह से ऑक्सीजन दिया जाता है।