---विज्ञापन---

उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

बरेली हिंसा के 2 और आरोपियों का एनकाउंटर, नदीम निकला दूसरा मास्टरमाइंड, बताया कैसे भड़काया था लोगों को?

बरेली हिंसा के 2 और आरोपियों का एनकाउंटर, पुलिस पर फायरिंग करने का आरोप

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : Khushbu Goyal Updated: Oct 1, 2025 12:47
Bareilly Violence
गत शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़की थी.

Bareilly Violence Update: उत्तर प्रदेश के बरेली में जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़काने और पुलिस पर फायरिंग करने के 2 और आरोपियों का एनकाउंटर हुआ है. बरेली के सीबीगंज थाना पुलिस ने दोनों को पैर में गोली मारकर पकड़ा है. आरोपियों के नाम इदरिस और इकबाल हैं, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं दोनों आरोपियों से पुलिस को हथियार भी मिले हैं. दोनों पर 26 सितंबर को इस्लामिया इंटर कॉलेज इलाके में दंगे के दौरान पुलिस पर फायरिंग करने और एक सिपाही की सरकारी एंटी-रायट गन लूटने का आरोप है.

लखनऊ जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर जानलेवा हमला, कैदी ने सिर पर मारी कैंची

---विज्ञापन---

दोनों से हथियार-कारतूस और बाइक बरामद

मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने उन्हें बंडिया नहर हाइवे पुलिया के पास रोका तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में दोनों आरोपियों इदरीस और इकबाल के पैरों में गोली लगी और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों पर चोरी, डकैती, गैंगस्टर और आर्म्स एक्ट सहित कई गंभीर मामले पहले से दर्ज हैं. पुलिस ने उनसे लूटी गई सरकारी रायफल, 2 तमंचे, कारतूस, एक बाइक और मोबाइल बरामद किया है. पुलिस के द्वारा की गई प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे राइफल बेचने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने आकर उन्हें घेर लिया.

दोनों के खिलाफ कई थानों में दर्ज हैं कई केस

बता दें कि इदरीस उर्फ बोरा/गोरा की पहचान उम्र 50 साल निवासी शाहजहांपुर के रूप में हुई है, जिसके खिलाफ करीब 20 मुकदमे दर्ज हैं. फतेहगढ़, शाहजहांपुर, हरदोई समेत कई पुलिस थानों में इदरीस के खिलापु चोरी, डकैती, गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट (हथियारों से जुड़े मामले) के तहत कार्रवाई हुई है. वहीं इकबाल की पहचान उम्र 48 साल निवासी शाहजहांपुर के रूप में हुई है, जिसके खिलाफ 17 मुकदमे दर्ज हैं। हरदोई, शाहजहांपुर और सीतापुर के अलग-अलग थानों में उसके खिलाफ चोरी, घर में सेंधमारी, डकैती, गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई हुई है.

---विज्ञापन---

Exclusive: क्या अखिलेश यादव से सच में नाराज हैं आजम खान? जेल से निकलने के बाद पहले Interview में क्या बोले सपा नेता

ताजिम को भी एनकाउंट करके पकड़ा था

बता दें कि बीते दिन दिन बरेली पुलिस के इंस्पेक्टर धनंजय पांडे ने एनकांउटर करके हिंसा के एक आरोपी ताजिम को पकड़ा था. उसे पैर में गोली मारकर पकड़ा गया था. ताजिम एक गैंगस्टर और गौ-तस्कर भी है, जिससे तलाशी के दौरान पुलिस को एक तमंचा, 4 कारतूस और एक बाइक भी मिली. ताजिम शहर छोड़कर भागने की फिराक में था कि हारूनगला के राधा माधव स्कूल के पास घेरकर पुलिस ने उसे पैर में गोली मारकर दबोच लिया.

हिंसा मामले में अब तक 73 गिरफ्तार

बता दें कि बरेली SP सिटी मानुष पारेख ने बताया कि उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में 26 सितंबर 2025 को हिंसा हुई थी. जुमे की नमाज के बाद ‘आई लव मुहम्मद’ (I Love Muhammad) नामक कैंपेन के तहत हो रहा शांति प्रदर्शन पथराव, पुलिस पर हमला और आगजनी हिंसक हो गया था. पुलिस ने लाठीचार्ज करके प्रदर्शनकारियों का दमन किया था. मामले में एक्शन लेकर पुलिस अब तक 180 नामजद और 2500 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ 10 FIR दर्ज कर चुकी है.

अब तक मुख्य आरोपी मौलाना तौकीर राज और पूर्व जिलाध्यक्ष नदीम खान समेत 73 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत NSA हिंसा की जांच कर सकती है. वहीं जांच के लिए 10 सदस्यीय SIT गठित की गई है, जो CCTV, CDR और सबूतों की जांच कर रही है. तौकीर रजा के करीबियों की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर कार्रवाई के साथ-साथ बेनामी संपत्तियों की जांच की जा रही है.

सपा प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने मांगी माफी, जानें क्यों सोशल मीडिया पर आया ट्रोलिंग का तूफान ?

ऐसे भड़काई गई थी बरेली में हिंसा

पूर्व जिलाध्यक्ष नदीम खान ने बताया कि उसने हिंसा से एक दिन पहले इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप में एक मैसेज डालकर लोगों को भड़काया था. उसे मैसेज में काउंसिल की शांति अपील को फर्जी बताया था. 25 सितंबर को दिन में काउंसिल के लेटरहेड पर लिखकर एक शांति अपील की गई थी कि बरेली प्रशासन ने इस्लामिया इंटर कॉलेज में सभा करने की परमिशन नहीं दी है.

मौलाना तौकीर रजा सरकर को ज्ञापन सौंपेंगे. इसलिए लोग जुमे की नमाज के बाद अपने घर चले जाएंगे, लेकिन रात 1 बजकर 23 मिनट पर नदीम के मैसेज ने लोगों को भड़का दिया. उसने मैसेज में लिखा कि काउंसिल के लेटरहेड पर की गई शांति अपील फर्जी है. इस अपीलीय संदेश का काउंसिल से कोई लेना-देना नहीं है. हम जो विरोध प्रदर्शन और आंदोलन करना चाहते हैं, उसे रोकने की साजिश रची जा रही है.

First published on: Oct 01, 2025 11:53 AM

संबंधित खबरें

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.