Atiq Ashraf Murder: गैंगस्टर अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड मामले में बुधवार को बड़ी कार्रवाई हुई। गैंगस्टर की सुरक्षा में लापरवाही के आरोप में शाहगंज थानाध्यक्ष समेत पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। सस्पेंड होने वाले पुलिसकर्मी शाहगंज थाने में तैनात हैं। एमएलएन मेडिकल कॉलेज, जहां अतीक और अशरफ को गोली मारी गई थी, इस थाने के अधिकार क्षेत्र में आता है।
उमेश पाल हत्याकांड के दोनों आरोपी अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को 16 अप्रैल को प्रयागराज में पत्रकार बनकर तीन लोगों ने गोली मार दी थी। आरोपियों ने पूरे घटनाक्रम को पुलिस अधिकारियों और मीडिया के सामने अंजाम दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तीनों शूटर्स अतीक और अशरफ का इंटरव्यू लेने के बहाने से यहां पहुंचे थे।
तीनों शूटर्स को चार दिन के रिमांड पर भेजा
बुधवार को एसआईटी ने तीनों शूटरों (हमीरपुर के सन्नी सिंह (23), बांदा के लवलेश तिवारी (22) और कासगंज के अरुण मौर्य (18)) को प्रयागराज में सीजेआई कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 23 अप्रैल तक यानी चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
बता दें कि अतीक और अशरफ हत्याकांड में बुधवार को एक और बड़ा अपडेट सामने आया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन और उमेश पाल हत्याकांड के अन्य आरोपी गुड्डू मुस्लिम को पकड़ने के लिए आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता की।
10 नामित अभियुक्तों में से 6 मारे गए, चार फरार
गुड्डू मुस्लिम उमेश पाल हत्याकांड की प्राथमिकी में नामित 10 लोगों में से एक है। उनमें से छह मारे गए हैं और गुड्डू मुस्लिम उन चार लोगों में से एक है जो पुलिस की गिरफ्त से दूर है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई बैठक में उत्तर प्रदेश पुलिस एसटीएफ के प्रमुख अमिताभ यश, विशेष डीजी प्रशांत कुमार और अन्य पुलिस अधिकारी भी शामिल हुए। अधिकारियों ने चर्चा की कि कैसे जल्दी से शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम को पकड़ा जाए।
पुलिस ने अब तक शाइस्ता परवीन की मदद करने वाले 20 से अधिक लोगों की पहचान की है। गुड्डू मुस्लिम का अंतिम ज्ञात स्थान कर्नाटक में था।