Aligarh News: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के छात्रों ने शुक्रवार को नगर निगम की कार्रवाई के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। विवाद 100 करोड़ रुपये की कीमत वाली 41 बीघा जमीन को लेकर है, जिस पर नगर निगम ने कब्जा करते हुए बोर्ड लगा दिया है। जिसके बाद से छात्रों में गुस्सा है।
चुनावी मौसम में माहौल बिगाड़ने की साजिश
छात्रों का कहना है कि यह जमीन 1940 से यूनिवर्सिटी के कब्जे में है और यह चुनावी मौसम में माहौल बिगाड़ने की साजिश है। छात्रों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए संवैधानिक तरीके से अपनी बात प्रशासन तक पहुंचाई। छात्रों का कहना है कि यह जमीन यूनिवर्सिटी की है। इस जमीन पर नगर निगम का कब्जा नहीं होने दिया जाएगा। यह सब माहौल बिगाड़ने की साजिश है। इसे कभी भी सफल नहीं होने दिया जाएगा।
एएमयू का दावा, जमीन उनकी
प्रदर्शन के दौरान छात्र मोहम्मद इंजमाम और मोहम्मद नावेद ने कहा, “यह सरकार की रणनीति है जिससे छात्रों को भड़काया जा सके, लेकिन एएमयू के छात्र समझदार हैं और हम शांतिपूर्वक विरोध कर रहे हैं। वहीं, एएमयू का दावा है कि यह जमीन यूनिवर्सिटी की है और वे पिछले 80 सालों से इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।
1.26 अरब रुपये जमीन की कीमत
अलीगढ़ नगर निगम और जिला प्रशासन ने एएमयू के कब्जे से 1.26 अरब रुपये की जमीन को मुक्त कराया है। यह जमीन एएमयू के हॉर्स राइडिंग क्लब के पास थी। वहीं अपर नगर मजिस्ट्रेट द्वितीय आशुतोष सिंह ने छात्रों से ज्ञापन लिया और आश्वासन दिया कि यह मामला शासन तक पहुंचाया जाएगा।
एएमयू लेगी कोर्ट का सहारा
एएमयू के प्रॉक्टर प्रो. वसीम अली ने बताया कि यह जमीन 1940 में सरकार से ट्रांसफर हुई थी, और तब से यूनिवर्सिटी इसके कागजात के आधार पर काबिज है। नगर निगम की यह कार्रवाई समझ से परे है। हम कानूनी प्रक्रिया के तहत कोर्ट का रुख करेंगे।