Agra News(विमल मिश्रा): उत्तर प्रदेश के आगरा के पुष्पांजलि हॉस्पिटल के खिलाफ राजेश जैन ने आरोप लगाया है कि पुष्पांजलि हॉस्पिटल में उनकी पत्नी के इलाज में लापरवाही बरती गई। इस वजह से वह कोमा में चली गईं। इस मामले पर मुख्यमंत्री के आदेश के बाद हुई जांच में आगरा सीएमओ द्वारा गठित टीम ने हॉस्पिटल को दोषी पाया। बता दें, तेज गति से सोडियम चढ़ाने से मरीज कोमा में गई। इस जांच के बाद पुलिस आयुक्त के आदेश पर कार्रवाई की गई। पीड़ित के अनुसार, गलत इलाज के चलते 85 लाख का नुकसान हुआ। बता दें, फिरोजाबाद निवासी पीड़ित की पत्नी को पहले चढ़ाया गया सोडियम हालत बिगड़ने पर हॉस्पिटल ने दिल्ली इलाज के लिए भेजकर पल्ला झाड़ लिया।
एक साल से हॉस्पिटल की लापरवाही के चलते मरीज कोमा में चली गई। वहीं, पीड़ित की तहरीर पर पुष्पांजलि हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, बीडी अग्रवाल, अध्यक्ष, पुष्पांजलि हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर और डॉ. लाल पैथ लैब्स लिमिटेड, एसोसिएट पुष्पांजलि हॉस्पिटल के खिलाफ गंभीर धाराओं में थाना हरीपर्वत में सिरसागंज निवासी राजेश कुमार जैन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ।
क्या है पूरा मामला
सिरसागंज के रहने वाले राजेश जैन (65) की पत्नी मधु जैन (62) को कमजोरी लग रही थी। डॉक्टर को दिखाने पर बताया गया कि सोडियम की कमी हो रही है। राजेश जैन ने फोन पर ही पुष्पांजलि हॉस्पिटल के डॉक्टर से बात कर समस्या बताई, जिस पर डॉ. विश्वदीप ने कहा कि पुष्पांजलि हॉस्पिटल में एडमिट करा दीजिए। 2-3 दिन में सही हो जाएंगी। सोडियम चढ़ेगा। राजेश जैन ने अपनी पत्नी को 9 मई को पुष्पांजलि हॉस्पिटल में एडमिट कराया। वहां उनका इलाज शुरू हुआ। 2 दिन उन्हें सोडियम चढ़ाया गया। इसके बाद मधु जैन की हालत खराब होने लगी।
राजेश जैन ने डॉ. विश्वदीप को फोन किया तो उन्होंने कहा कि अभी नहीं आ पाएंगे, जूनियर को भेजता हूं। काफी देर तक कोई डॉक्टर भी नहीं आया। फिर दूसरे डॉक्टर को सूचना दी गई, जिस पर डॉक्टर ने स्टाफ से कहा कि पोटेशियम चढ़ाओ। दो बार पोटेशियम चढ़ाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। इस पर राजेश जैन ने नर्सिंग स्टाफ को रोक दिया।
राजेश जैन के अनुसार उन्होंने डॉ. विश्वदीप से साफ पूछा कि क्या मैं दिल्ली ले जाऊं। जिस पर डॉक्टर ने कहा, ले जाइए। 13 मई को मधु जैन को एंबुलेंस से दिल्ली लेकर पहुंचे और सर गंगाराम हॉस्पिटल में एडमिट कराया। एक महीने तक इमरजेंसी में एडमिट रहने के बाद डॉक्टरों ने डिस्चार्ज कर दिया। मधु जैन अब भी कोमा में हैं।
इलाज में हुई गड़बड़ी
राजेश जैन के मुताबिक, सर गंगाराम हॉस्पिटल में इलाज के दौरान डॉक्टरों ने जांच में पाया कि मधु जैन को जो सोडियम चढ़ाया गया था, वह ट्रेंड स्टाफ ने नहीं चढ़ाया था। इसके साथ ही सोडियम चढ़ाने की जो स्पीड होनी चाहिए, उससे ज्यादा स्पीड में सोडियम चढ़ाया गया। जिसके कारण मधु जैन को सीपीएम हो गया है।
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