UP DSP Threat Video Viral: उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से पुलिस विभाग के अफसरों को प्रदेश की जनता के साथ सुनवाई के दौरान अच्छा व्यवहार रखने के निर्देश जारी किए गए थे। बावजूद इसके पुलिस महकमे के सिपाहियों से लेकर बड़े अफसरों तक की ओर से पीड़ितों से किए जा रहे दुर्व्यवहार के अनेकों मामले सामने आते रहते हैं। इन मामलों के बीच अब सिद्धार्थनगर में DSP का ग्रामीणों को धमकाने से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है। इस वायरल वीडियो में ग्रामीणों को वे कोई आम धमकी नहीं बल्कि खोद कर जमीन में गाढ़ देने की धमकी दे रहे हैं, धमकीबाज DSP का ये वीडियो अब सोशल मीडियो पर लोग शेयर करते हुए DSP पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
दुर्गा मूर्ति की स्थापना से शुरू हुआ था पूरा मामला
‘खोद के गाड़ दूंगा यहीं पे..’
‘..दिमाग ठंडा हो जाएगा’
‘..घर खुदवा दूंगा’
‘कई पुश्तें सुधर जाएंगी..’
कुछ लोग वर्दी में होते हैं तो भाषा और तेवर ही बदल जाते हैं. ये हैं सिद्धार्थनगर में तैनात सीओ सुजीत कुमार राय. कुछ यूं जमीन का विवाद निपटा रहे हैं.@Uppolice @sanjaychapps1 @dgpup pic.twitter.com/YNzJlRTEWY---विज्ञापन---— Vivek K. Tripathi (@meevkt) October 10, 2023
वायरल हो रहा यह पूरा मामला पथरा थाना क्षेत्र के तिगोड़वा गांव का है। गांव में 3 दशक से नवरात्र के समय दुर्गा प्रतिमा स्थापित कर पूजा करने के साथ ही पंडाल लगाकर पूजा-पाठ किया जाता है। हर साल जिस स्थान पर प्रतिमा स्थापित करके पूजा होती थी, उस स्थान को लेकर अब विवाद शुरू हो गया। जिसमें उसी गांव की एक महिला ने पूजा वाली भूमि को अपना बताते हुए कहा कि यहां प्रतिमा स्थापित नहीं होगी। मामले की जानकारी मिलते ही SDM और DSP सुजीत कुमार अपनी अपनी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए।
DSP ने ग्रामिणों को सुनाई खरी-खोटी, कहा- घर खुदवा दूंगा
विवादित स्थल पर पंडाल बनाते देखकर DSP सुजीत कुमार भड़क गए और फिर उन्होंने ग्रामीणों खरी-खोटी सुनाते हुए उनकी क्लास लगा दी। उन्होंने ग्रामीणों को सुनाते हुए कहा, “जितना आदेश हो गया है, उतना काम करिए। कोई ज्यादा नौटंकी करेगा, तो उसे खोद के जमीन में गाड़ दूंगा। हद से ज्यादा जाओगे तो दिमाग ठंडा कर दूंगा, हिरण बना दूंगा, घर खुदवा दूंगा, कई पुश्तें सुधर जाएंगी”
वायरल वीडियो पर DSP ने दी सफाई
सोशल मीडिया पर DSP का ये वीडियो वायरल होते ही महकमे में हड़कंप मच गया, जिसके लेकर अब DSP से मामले में सफाई देते हुए कहा कि ” विवादित जमीन पर पहले प्रतिमा स्थापित की जाती थी। जिसे लेकर एक महिला ने इस बार शिकायत की है और एसडीएम ने जमीन आवंटित कर दी है। इसके बावजूद भी गांव के कुछ लोग उसी स्थान पर प्रतिमा स्थापित करना चाहते थे। शिकायत के बाद ऐसे लोगों को डांटा-समझाया गया कि गलत करोगे तो जमीन में धंस जाओगे”। उन्होंने कहा, “माता की पूजा सुख-शांति के लिए की जाती है। पूजा के कारण अशांति नहीं होनी चाहिए।”