पटना: बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने कोटे के सभी मंत्रियों को कुछ जरूरी दिशा निर्देश देते हुए उनका पालन करने को कहा है। निर्देशों के अनुसार, RJD के कोटे से बने मंत्री विभाग में अपने लिए कोई नई गाड़ी नहीं खरीद पाएंगे। फूलों और गुलदस्ते के बजाय किताबों और कलमों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया गया है।
तेजस्वी यादव ने अपने फेसबुक पर दिशा-निर्देशों को शेयर किया। उन्होंने लिखा कि हमने राजद कोटे के सभी मंत्रियों से कुछ आग्रहों के पालन करने का निवेदन किया है। कुल छह दिशा निर्देश जारी किए गए हैं जिनका पालन करना है।
1. सरकार में राष्ट्रीय जनता दल के कोटे से बने मंत्री विभाग में अपने लिए कोई नई गाड़ी नहीं खरीदेंगे।
2. राष्ट्रीय जनता दल के मंत्री उम्र में उनसे बड़े कार्यकर्ता, शुभचिंतक, समर्थक या किसी भी अन्य व्यक्ति को पांव नहीं छूने देंगे। शिष्टाचार और अभिवादन के लिए हाथ जोड़कर प्रणाम, नमस्ते व आदाब की परंपरा को ही बढ़ावा देंगे।
3. सभी मंत्रियों से आग्रह है कि उनका सभी के साथ सौम्य और शालीन व्यवहार हो तथा बातचीत सकारात्मक रहे। सादगी से पेश आते हुए सभी जाति या धर्म के गरीब एवं जरुरतमंद लोगों को अविलंब प्राथमिकता के आधार पर मदद करेंगे।
4. किसी से भेंट स्वरूप पुष्पगुच्छ या गुलदस्ता लेने-देने के स्थान पर किताब-कलम के आदान-प्रदान को बढ़ावा देंगे और इस आशय का आग्रह लगातार करेंगे।
5. सभी विभागीय कार्यों में माननीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ईमानदारी, पारदर्शिता, तत्परता और त्वरित क्रियान्वयन की कार्यशैली को बढ़ावा देंगे।
6. सभी मंत्री, बिहार सरकार एवं अपने अधीनस्थ विभागों, कार्य योजनाओं और विकास कार्यों का सोशल मीडिया पर लगातार प्रचार-प्रसार करेंगे ताकि जनता को आपके हर एक पहल की सकारात्मक जानकारी प्राप्त हो सके।
जंगलराज की छवि तोड़ने में जुटे हैं तेजस्वी
राष्ट्रीय जनता दल के शासनकाल की जंगलराज से तुलना करते हुए लगातार भाजपा राजद पर हमलावर रही है। भाजपा के आरोपों के उलट तेजस्वी यादव लगातार अपनी पार्टी की छवि को बदलने की कोशिश में जुटे हुए हैं। बता दें कि हाल ही में नीतीश कुमार ने महागठबंधन के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाई है।
बिहार महागठबंधन सरकार को 163 विधायकों का समर्थन है। निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह द्वारा नीतीश कुमार को अपना समर्थन देने के बाद इसकी ताकत 164 हो गई है। 24 अगस्त को बिहार विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया है जिसमें नीतीश सरकार बहुमत साबित करेगी। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष का भी चुनाव किया जाएगा।