Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा की यूनिवर्सिटी की बीडीएस छात्रा ज्योति शर्मा की आत्महत्या मामले में न्याय की मांग को लेकर अधिवक्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और छात्रों ने सोमवार को जिला मुख्यालय कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सौंपकर मांग की कि छात्रा को आत्महत्या के लिए उकसाने वाले आरोपी प्रोफेसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
बड़े प्रदर्शन की चेतावनी
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो नॉलेज गेट पर बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा। हालांकि, नॉलेज पार्क 3 गोलचक्कर के पास प्रस्तावित प्रदर्शन को छात्रों ने स्थगित कर दिया। प्रदर्शन का आह्वान करने वाले छात्र संगठन के सदस्य शाम तक स्थल पर नहीं पहुंचे।
प्रताड़ना के चलते की आत्महत्या
अधिवक्ता पवन भाटी ने आरोप लगाया कि गुरुग्राम निवासी छात्रा ज्योति शर्मा को यूनिवर्सिटी में फर्जी हस्ताक्षर के आरोप में लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। यहां तक कि छात्रा के पिता ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से माफी भी मांगी, फिर भी उत्पीड़न बंद नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि इसी मानसिक तनाव के चलते ज्योति ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया।
मजिस्ट्रेट जांच की मांग
प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग की कि इस संवेदनशील मामले की मैजिस्ट्रेट जांच कराई जाए। सच्चाई सामने आ सके और छात्रा को न्याय मिल सके। इसके अलावा दोषी पाए जाने वाले टीचर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
5 टीचरों को किया गया था सस्पेंड
इस मामले में शारदा यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर पीआर डाॅक्टर अजीत कुमार ने बताया कि अनुराग अवस्थी, सुरभि, आशीष कुमार समेत 5 टीचरों को सस्पेंड कर दिया गया था। इसके अलावा छात्रा को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में सलाखों के पीछे भेजे गए टीचर महेंद्र व शैरी मैडम को पूर्व में संस्पेड किया जा चुका है। छात्रों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए यूनिवर्सिटी प्रबंधन टीचरों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करने में जुट गया है।