जयपुर में रिश्वतकांड में पकड़े गए बागीदौरा से बीएपी विधायक जयकृष्ण पटेल को आज एसीबी कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगेगी। एसीबी ने इसको लेकर पूरी तैयारी कर ली है। एसीबी के अधिकारी कोर्ट के सामने रिमांड की वजह बताएंगे। इस बीच एसीबी की टीम ने रविवार देर रात तक उनके स्टाफ से बातचीत की। विधानसभा में लगाए गए खनन विभाग के सवालों को वापस लेने के लिए भारत आदिवासी पार्टी के विधायक जयकृष्ण ने 10 करोड़ रुपये की डिमांड की थी। बाद में 2.5 करोड़ रुपये में सौदा तय हुआ। इसके बाद रविवार को एसीबी ने विधायक को 20 लाख रुपये लेते हुए अरेस्ट किया था। रिश्वत की राशि विधायक ने ज्योति नगर स्थित सरकारी आवास पर ली थी। एसीबी के पहुंचने से पहले रिश्वत के 20 लाख रुपये लेकर विधायक का स्टाफ पैसे लेकर फरार हो गया। ऐसे में आइये जानते हैं कौन है विधायक जयकृष्ण पटेल?
कौन है जयकृष्ण पटेल
जयकृष्ण पटेल बांसवाड़ा की आनंदपुरी तहसील के कानेला गांव के रहने वाले हैं। विधायक पटेल कॉलेज की राजनीति में भी सक्रिय रहे। पटले पहले बांसवाड़ा विधायक राजकुमार रोत के साथ रहे। इससे पहले पटेल बीटीपी में थे लेकिन विधासनभा चुनाव 2023 से पहले वे बीएपी में शामिल हो गए। इससे पहले भी पटेल बागीदौरा से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं जहां उन्हें हार मिली थी। इसके बाद 2024 विधानसभा के उपचुनाव में वे एक बार फिर इस सीट से चुनाव लड़े, जहां उन्हें जीत मिली। इस सीट से उन्होंने बीजेपी के सुभाष तंबोलिया को 51 हजार से अधिक मतों से हराया था। इससे पहले 2023 के विधानसभा चुनाव में पटेल कांग्रेस नेता महेंद्रजीत सिंह मालवीया से चुनाव हार गए थे। लोकसभा चुनाव से पहले मालवीया बीजेपी में शामिल हो गए। इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव हुए जिसमें जयकृष्ण पटेल को बड़े अंतर से जीत मिली।
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हनुमान बेनीवाल ने उठाए सवाल
वहीं विधायक की गिरफ्तारी के बाद बीएपी सांसद राजकुमार रोत ने कहा कि हमारे विधायक को पिछले काफी दिनों से षड्यंत्र के तहत फंसाने की साजिश रची जा रही थी। अगर विधायक की गलती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। मामले में आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि राजकुमार रोत बहुत मजबूती से संघर्ष कर रहे हैं। मैं बस यही सोच रहा हूं कि यह कोई राजनीतिक षडयंत्र नहीं होना चाहिए। छोटी पार्टियों जैसे राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और भारत आदिवासी पार्टी जब बढ़ती है तो कांग्रेस और बीजेपी हाथ मिला लेती है।
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