Udaipur-Ahmedabad Railway Track Blast: राजस्थान के उदयपुर में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले उपद्रवियों ने शनिवार की रात उदयपुर-अहमदाबाद ब्रॉडगेज लाइन को डेटोनेटर के विस्फोट से उड़ाकर क्षतिग्रस्त कर दिया। इन धमाकों के बाद रेलवे ट्रैक पर कई जगह क्रैक भी आ गए। रेलवे पुल को डेटोनेटर से उड़ाने की इस साजिश को आतंकवादी गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है।
इस घटना के बाद सीएम गहलोत ने कहा की हम इस मामले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। प्रदेश में केंद्र की जांच एजेंसियां आ गयी हैं और घटना की जांच NIA और NSG कर रह हैं। हम देख रहे हैं यह सब क्यों और कैसे हुआ है।
NIA is conducting an investigation into the incident. We are taking this very seriously: Rajasthan CM Ashok Gehlot on the incident where an attempt was made to blow up railway track in Udaipur pic.twitter.com/Euqz3yoBZY
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) November 14, 2022
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डीजीपी को दिए जांच के आदेश
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा को घटना की तह तक जाने के निर्देश दिए हैं। सीएम अशोक गहलोत ने घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा था कि, ‘उदयपुर-अहमदाबाद रेल मार्ग के ओढा रेलवे पुल पर रेल पटरियों को नुकसान पहुंचाने की घटना चिंताजनक है। पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं। पुलिस महानिदेशक को घटना की तह तक जाने के निर्देश दिए गये हैं।
फॉरेंसिक टीम भी कर रही है जांच
इधर इस मामले पर पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने बताया कि मामले में रेलवे अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि मामले में केंद्रीय एजेंसियों से भी सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मामले में सजगता से कार्य कर आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने के निर्देश दिये हैं। फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी, आतंकवाद रोधी दस्ते की टीमों ने मौके का दौरा किया और जांच की है।
ट्रेक पर रेलों का संचालन शुरू
आपको ताज़ा जानकारी के लिए बता दें ATS और पुलिस ने घटना स्थल की जांच रविवार रात 11.00 बजे पूरी की और इसके बाद एटीएस टीम द्वारा नार्थ-वेस्टर्न रेलवे को साइट क्लीयरेंस दिए जाने के बाद ट्रैक को फिट घोषित किया गया। वहीं अब उदयपुर-अहमदाबाद रेल मार्ग पर रेलों का संचालन शुरू कर दिया गया है।
NSG पहुंची मौके पर
रेलवे पीआरओ शशि किरण ने बताया कि रात तीन बजे यातायात दोबारा शुरू कर दिया गया है। जिसके बाद सोमवार की सुबह 9 बजकर 20 मिनट पर इस ट्रैक से मालगाड़ी को निकाला गया। मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है। इस बीच सोमवार को दिल्ली से NSG के तीन अधिकारी उदयपुर आए, जो घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंचे। पूरे मामले की तीन अधिकारी अलग-अलग एंगल से जाच कर रह हैं।
पीएम मोदी ने 14 दिन पहले दिखाई थी हरी झंडी
बता दें आमजन द्वारा इस ट्रैक को शुरू करने के लिए लंबे समय से मांग की जा रही थी। लगभग दो दशक यानी 20 साल बाद 14 दिन पहले इसे शुरू किया जा सका है। ऐसे में इस ट्रैक को तोड़ने की साजिश रचने वालों के खिलाफ स्थानीय लोग काफी नाराजगी जता रहे हैं। पीएम मोदी ने भी इस ट्रैक को लेकर कहा था कि इस लाइन के शुरू होने से अहमदाबाद और राजस्थान के विकास के गति को बल मिलेगा। ऐसे में लोग इस घटना से काफी आहत हैं।