राजस्थान के टोंक जिले में हिजाब विवाद ने एक बार फिर से राजनीति को गरमा दिया है। जनाना अस्पताल में लेडी डॉक्टर और यूनानी इंटर्न छात्रा के बीच हिजाब पहनने को लेकर हुआ। विवाद सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया। इसके बाद कांग्रेस और मुस्लिम संगठन जहां छात्रा के पक्ष में खड़े दिखे तो दूसरी तरफ बीजेपी डॉक्टर के समर्थन में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने पहुंच गई।
टोंक के जनाना अस्पताल में हिजाब विवाद ने राजनीतिक रंग ले लिया है। एक तरफ जहां इंटर्न छात्रा उमामा ने ड्यूटी के दौरान हिजाब पहनने की बात कही। वहीं, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बिंदु गुप्ता ने अस्पताल में काम के दौरान चेहरा साफ दिखने की दलील दी।
राजस्थान के टोंक के जनाना अस्पताल में यूनानी की इंटर्न स्टूडेंट रोज हिजाब पहनकर आने लगी तो महिला डॉक्टर व इंटर्न स्टूडेंट के बीच विवाद हो गया।
महिला डॉक्टर का कहना है कि वर्क प्लेस पर हिजाब पहन कर मत आया करो।
जबकि मजहबी लड़की का कहना है कि रूल्स में ऐसा कहीं नहीं लिखा है। pic.twitter.com/2BJCQcMFXp---विज्ञापन---— Ramesh Tiwari (@rameshofficial0) August 18, 2025
मुस्लिम संगठनों और कांग्रेस नेताओं का विरोध
इस घटना का वीडियो वायरल होने पर माहौल गरमा गया। मुस्लिम संगठनों और कांग्रेस नेताओं ने विरोध जताते हुए महिला डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वहीं, इस मामले को लेकर बीजेपी खुलकर डॉक्टर बिंदु गुप्ता के समर्थन में उतर आई। बीजेपी जिलाध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान के नेतृत्व में पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल को ज्ञापन सौंपा गया। अस्पताल में धर्म और आस्था के नाम पर राजनीति न करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि धर्म के नाम से सरकारी कर्मचारियों को नहीं धमका सकते हैं। अस्पताल में धर्म की राजनीति नहीं होनी चाहिए। वहीं, अस्पताल के प्रमुख डॉक्टर अधिकारी डॉ. हनुमान प्रसाद ने भी इंटर्न छात्रा द्वारा लेबर रूम का वीडियो बनाकर वायरल करने को गलत ठहराया है। डॉ. हनुमान प्रसाद, PMO सआदत अस्पताल में अगर कोई समस्या थी, तो पहले हमें बताना चाहिए था। लेबर रूम का वीडियो बनाना और वायरल करना गलत है। इस मामले पर यूनानी कॉलेज से बात की जाएगी।
इंटर्न छात्रा ने की थी पहले भी शिकायत
इंटर्न छात्रा पहले भी हिजाब पहनने को लेकर डॉक्टर से शिकायत कर चुकी है। डॉक्टरों के मुताबिक, अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों के सामने चेहरे की पहचान जरूरी है। वहीं, कांग्रेस नेताओं ने डॉक्टर बिंदु गुप्ता के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की मांग की है। इस पूरे मामले में पुलिस ने अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की है। टोंक का हिजाब विवाद अब डॉक्टर और छात्रा के बीच से निकलकर सीधे कांग्रेस और बीजेपी की सियासी जंग में बदल चुका है। फिलहाल सबकी नजर प्रशासन की जांच और आगे होने वाले फैसले पर टिकी है।
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