Rajasthan Weather Update: राजस्थान के मौसम में बदलाव का दौर जारी है। प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। इसके चलते बुधवार शाम को हाड़ौती संभाग के कई जिलों में आंधी के साथ बारिश-ओलावृष्टि हुई। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में अगले तीन दिनों तक कई जिलों में बारिश के आसार हैं।
मौसम विभाग ने जताई बारिश की संभावना
मौसम केंद्र जयपुर के मुताबिक 27 अप्रैल को जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, जयपुर, उदयपुर, कोटा संभाग के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
28 से 30 अप्रैल के दौरान तंत्र का सर्वाधिक असर राज्य के अधिकांश भागों में प्रबल रहने की संभावना है। इस दौरान कुछ भागों में तीव्र मेघगर्जन के साथ बारिश और कहीं-कहीं ओलावृष्टि होने की संभावना है। वहीं बारिश के कारण प्रदेश के तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की संभावना है।
किसानों के लिए जारी की एडवाइजरी
कृषि मंडियों में खुले में रखे हुए अनाज को सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें ताकि उन्हें भीगने से बचाया जा सके।
फसलों में सिंचाई तथा किसी भी प्रकार का रासायनिक छिड़काव बारिश की गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए ही करें।
बारिश के समय सुरक्षित स्थान पर रहे, पेड़ों के नीचे शरण ना ले।
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बुधवार को इन जिलों में हुई बारिश
26 अप्रैल को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण कोटा संभाग के झालावाड़, बांरा, बूंदी में बारिश हुई। जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बारिश के कारण मंडियों में रखी फसलें भीग गई। जिसके कारण किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया।
क्या है पश्चिमी विक्षोभ?
पश्चिमी विक्षोभ यानि वेस्टर्न डिस्टर्बन्स भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी इलाक़ों में सर्दियों के मौसम में आने वाला तूफान है जो उत्तर, भारत, पाकिस्तान, नेपाल से गुजरते हुए इनके दायरे में आने वाले वायुमंडल की ऊंची तहों में भूमध्य सागर, अन्ध महासागर और कुछ हद तक कैस्पियन सागर से नमी लाता है।
मौसम में बदलाव आता है। ऐसी स्थिति अभी बनी हुई है, इसी का असर बालोद के मौसम पर भी पड़ रहा है। हवा के ऊपरी भाग में चक्रवाती हवा का घेरा बनता है। यह अफगानिस्तान-पाकिस्तान से कश्मीर-हिमाचल व उत्तराखंड तक पहुंचता है।