Rajasthan Politics: मुख्य सचेतक महेश जोशी के इस्तीफे के बाद अब कांग्रेस में बयानबाजियों का दौर जारी है। जोशी के इस्तीफे पर रंधावा ने कहा कि यह तो पहले ही हो जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि पार्टी में उदयपुर अधिवेशन में फैसला हो गया था कि कोई व्यक्ति दो पदों पर नहीं रह सकता। सीएम को यह बहुत पहले कर देना चाहिए था।
जोशी का ऐसा बयान देना ठीक नहीं
जोशी के बयान पर रंधावा ने कहा कि उनका ऐसा बयान आना ठीक नहीं है। अगर उन्हें लगता है कि 25 सितंबर की वजह से हुआ तो अभी उसके बारे में हाईकमान ने कोई बात नहीं की है। पार्टी के अधिवेशन में फैसला हुआ तो इस मैंने लागू कर दिया। रंधावा ने कहा- पूरी कांग्रेस एकजुट है। जो गिले शिकवे हैं, वे दूर हो जाएंगे। राजनीति में कुछ भी स्थायी नहीं होता।
सीएम स्वंय जाकर करें बात
पायलट पर रंधावा ने कहा कि उनकी बात मेरे आने से पहले की है। उनका मामला हाईकमान की नजर में है। एक्शन होगा या नहीं, यह तो मुझे नहीं पता। मैं तो हाईकमान के आदेश को 15 मिनट में लागू कर दुंगा। उन्होंने सीएम गहलोत पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि सीएम परिवार के मुखिया है। अगर परिवार में कोई मनमुटाव है तो गहलोत साहब उनके पास जाकर बात करनी चाहिए।
पायलट की भूमिका हमेशा रहेगी
पायलट की भूमिका पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि उनकी भूमिका हमेशा ही रहेगी। वे हमारी पार्टी की अमूल्य धरोहर है। उनके पिता भी कांग्रेस के बड़े नेता रहे हैं। रंधावा ने कहा कि किसी को इग्नोर नहीं किया जा सकता। गहलोत साहब तीन बार जनरल सेकेट्री रहे, तीन बार सीएम रहे।