Rajasthan Politics major reshuffle: राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर हलचल है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एक हफ्ते में दूसरी बार दिल्ली दौरे पर जा रहे हैं और इसी के साथ मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलें फिर तेज हो गई हैं.
मंगलवार को मुख्यमंत्री दिल्ली में पार्टी के कई बड़े नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करेंगे. इस मुलाकात को लेकर पूरे राजस्थान के सियासी गलियारों में सवाल घूम रहा है—क्या अब कैबिनेट में बड़ा फेरबदल तय है? और क्या राजस्थान में राजनीतिक नियुक्तियों का दौर शुरू हो सकता है क्योंकि पार्टी के कई बड़े नेता इन नियुक्तियों का पिछले दो सालों से इंतजार कर रहे हैं.
बीजेपी प्रदेश इकाई के बदलाव के बाद अब नंबर कैबिनेट का?
पिछले हफ्ते ही राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष मदन राठौड़ की नई कार्यकारिणी घोषित हुई है. प्रदेश पदाधिकारी तय होने के बाद अब सबकी निगाहें राजनीतिक नियुक्तियों और मंत्रिमंडल विस्तार पर टिक गई हैं. माना जा रहा है कि भजनलाल सरकार अपनी दूसरी वर्षगांठ से पहले बड़ा reshuffle कर सकती है.
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कौन बचाएगा कुर्सी, किस पर संकट?
सूत्रों के मुताबिक सरकार ने संभावित फेरबदल का पूरा “होमवर्क” कर लिया है. बकायदा निजी एजेंसियों से मंत्रियों की परफॉर्मेंस, जनता से जुड़ाव, क्षेत्रीय पकड़, एंटी-इंकंबेंसी जैसे तमाम मुद्दों पर सबका बारीकी से सर्वे कराया गया है.आधा दर्जन मंत्रियों की कुर्सी हिल सकती है, जबकि कुछ पसंदीदा चेहरों को प्रमोशन मिलना लगभग तय माना जा रहा है. फिलहाल भजनलाल कैबिनेट में 6 पद खाली हैं.
सूत्र बताते हैं कि वसुंधरा राजे सरकार में मंत्री रहे कुछ पुराने चेहरे वापसी कर सकते हैं. इनमे पुष्पेंद्र सिंह राणावत और श्रीचंद कृपलानी के नाम चर्चाओं में हैं. वहीं गुर्जर समुदाय से मंत्री जवाहर बेढम का प्रमोशन लगभग तय बताया जा रहा है. जातीय संतुलन साधने के लिए एक जाट, एक सिख और एक यादव चेहरे को भी कैबिनेट में शामिल किए जाने की चर्चा है.
सीएमओ का दावा- सीएम दिल्ली से सौगात लाएंगे
राजनीतिक हलचल अपने चरम पर है. माना जा रहा है कि दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व के साथ बैठक के बाद कभी भी कैबिनेट विस्तार की प्रक्रिया शुरू हो सकती है. हालांकि सीएमओ का कहना है कि दिल्ली दौरा ‘सामान्य कार्य-योजना’ का हिस्सा है और इससे प्रदेश को लगातार फायदा मिलता रहा है. इस बात लोकसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नई दिल्ली जा रहे हैं ऐसे में तमाम केंद्रीय मंत्री आसानी से मिल जाते हैं जिनके चाहिए राजस्थान के लिए विकास योजना को मंजूरी और गति दिलाया जाना संभव हो जाता है.
कहा जा रहा है कि बाकी तमाम मुद्दों के साथ वे संसदीय क्षेत्र में विकास योजनाओं की समीक्षा, केंद्र से मिलने वाली नई सौगातों जैसे जल, ऊर्जा, मेट्रो, शहरी विकास, कृषि, रिफाइनरी और कौशल विकास जैसे मुद्दों पर केंद्रीय मंत्रियों से चर्चा करेंगे. अब सबकी निगाह इसी पर है कि इस बार के दौरे से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा राजस्थान के लिए कौन-सी नई सौगातें लेकर लौटते हैं—और क्या सच में मंत्रिमंडल विस्तार की शुरूआत इसी हफ्ते हो जाएगी.
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