Rajasthan Politics News: क्रिकेट की तरह राजनीति भी अनिश्चिताओं का खेल है। दिन में कुछ और बोलने वाले नेता रात होते-होते अपने बयान बदल देते हैं।
किरोड़ी लाल मीणा इन दिनों राजनीति (Rajasthan polictics) में चर्चा का विषय बने हुए हैं। पहले पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच की मांग को लेकर दस दिनों तक धरने पर बैठे रहे। उसके बाद अब खबर यह है कि इन दिनों उनकी नजदीकियां कांग्रेसी (congress) नेताओं के साथ बढ़ती जा रही है।
विवाह समारोह में हुई मुलाकात
सीएम गहलोत (Ashok gehlot) और किरोड़ीलाल (Kirodi Lal Meena) की ताजा तस्वीर सामने आने के बाद से सियासी गलियारों में उनकी इस मुलाकात के मायने निकाले जा रहे हैं। बुधवार को किरोड़ीलाल पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह की पुत्री के विवाह समारोह में शामिल हुए थे।
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गहलोत और किरोड़ी काफी देर तक बातचीत करते रहे। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो प्रदेशाध्यक्ष के साथ कड़वाहट के बाद किरोड़ी लाल सधी हुई राजनीति (rajsathan politics news) कर रहे हैं।
खामोशी के निकाले जा रहे सियासी मायने
किरोड़ी समर्थकों का मानना है कि आखिरी समय में पूनिया (satish poonia) के लिए किरोड़ी लाल प्रचार नहीं करते तो कांग्रेस का जीतना तय माना जा रहा था। पिछले दिनों मीणा हाईकोर्ट में होने वाली रैली का स्थान भी परिवर्तन कर दिया गया था। जिसके बाद से किरोड़ी लाल खामोश है। अब उनकी खामोशी के भी सियासी मायने निकाले जा रहे है।
भाजपा नहीं लेना चाहती रिस्क
राजस्थान में विधानसभा चुनाव (Assembly election) इस साल के अंत में प्रस्तावित है। किरोड़ीलाल का पूर्वी राजस्थान (rajasthan news) में गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र में खासा प्रभाव भी है। बीजेपी (BJP) चुनावी साल में राजनीति के इस दिग्गज खिलाड़ी को नाराज नहीं करना चाहेगी। इसलिए जब पिछले दिनों विवाद हुआ था तो पूनिया ने कहा था कि किरोड़ीलाल पार्टी के दिग्गज नेता है। मेरा उनसे कोई मनमुटाव नहीं है।