Rajasthan Election Result 2023: राजस्थान में अब तक रुझानों से यह स्पष्ट हो चुका है कि भारतीय जनता पार्टी स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। चुनाव आयोग के मुताबिक अब तक भाजपा 114 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। वहीं कांग्रेस 70 सीटों पर आगे हैं। इस बीच कई ऐसे चेहरे रहे जिनको भाजपा ने टिकट नहीं दिया लेकिन वे निर्दलीय मैदान में उतरे और पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों को धूल चटा दी। आइये जानते हैं ऐसे कौनसे प्रत्याशी हैं जिन्होंने इस चुनाव में पार्टी के प्रत्याशियों को छठी का दूध याद दिला दिया।
1. रविंद्र सिंह भाटी – बाड़मेर की शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी भाजपा केे लिए बड़ा खतरा साबित हुए। फिलहाल इस सीट से उनकी जीत घोषित नहीं हुई है लेकिन वे सबसे आगे चल रहे हैं। वे अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के निर्दलीय प्रत्याशी फतेह खान से 5 हजार से अधिक वोटों से आगे चल रहे हैं। वहीं भाजपा प्रत्याशी स्वरूप सिंह खारा चैथे नंबर पर रहे। चुनाव में उन्हें 21 हजार 540 वोट हासिल हुए। वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी अमीन खान को 54 हजार से अधिक वोट पाकर तीसरे नंबर पर है। फिलहाल इस सीट पर 33 राउंड की गिनती हो चुकी है और 1 राउंड की गिनती बाकी है।
2. चंद्र भान सिंह आक्या- भाजपा ने इस बार चित्तौड़गढ़ सीट से चंद्रभान सिंह का टिकट काटकर नरपत सिंह राजवी को उम्मीदवार बनाया था। नरपत सिंह इससे पहले विद्याधर नगर से चुनाव लड़ते आए थे। यहां से पार्टी ने इस बार दीया कुमारी को प्रत्याशी बनाया था। चंद्रभान सिंह आक्या ने 6 हजार 823 वोटों से कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह को परास्त किया। वहीं भाजपा प्रत्याशी नरपत सिंह तीसरे नंबर पर रहे। उन्हें मात्र 19 हजार 913 वोट हासिल हुए।
3. जीवाराम चौधरी – सांचैर से भाजपा के पूर्व एमएलए जीवाराम चौधरी ने इस बार निर्दलीय ताल ठोकी थी। भाजपा ने इस बार जालौर-सिरोही के सांसद देवजी पटेल को उम्मीदवार बनाया था। देवजी इस चुनाव में 27 हजार 326 वोट पाकर तीसरे नंबर पर रहे। वहीं निर्दलीय जीवाराम अभी सबसे आगे चल रहे हैं। दूसरे नंबर पर कांग्रेस के मंत्री सुखराम विश्नोई है। अभी इस सीट पर 3 राउंड की गिनती बाकी है।
4. विकास चौधरी- भाजपा ने इस बार किशनगढ़ से विकास चौधरी की जगह अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी को उम्मीदवार बनाया था। टिकट कटने के बाद विकास चौधरी भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस ने उन्हें टिकट दे दिया। विकास चौधरी ने इस सीट पर 3 हजार 583 वोटों से जीत दर्ज कर ली है। उन्होंने भाजपा के ही निर्दलीय प्रत्याशी सुरेश टाक को पराजित किया है। वहीं भाजपा प्रत्याशी और सांसद भागीरथ चौधरी 37 हजार 211 वोट पाकर तीसरे नंबर पर रहे। ऐसे में इस सीट से भागीरथ चौधरी पर भाजपा के ही 2 बागी भारी पड़ गए।
5. यूनुस खान – भाजपा ने इस बार डीडवाना से जितेंद्र सिंह जोधा को प्रत्याशी बनाया था। इस सीट से भाजपा के पूर्व मंत्री यूनुस खान चुनाव लड़ते आए हैं। इस बार पार्टी ने उनको टिकट नहीं दिया तो उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देकर निर्दलीय ताल ठोक दी। यूनुस खान ने कांग्रेस के चेतन चैधरी को 2 हजार 977 वोटों से पराजित कर दिया। वहीं भाजपा केे जितेंद्र सिंह 48 हजार 399 वोट पाकर तीसरे नंबर पर रहे।