राजस्थान दिवस के तहत हफ्तेभर चलने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज भरतपुर से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कई बड़ी सौगातें दीं। दरअसल, चैत्र नववर्ष प्रतिपदा पर इस बार राजस्थान सरकार ने राजस्थान दिवस मनाने का फैसला किया है। इसी के तहत मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अलग-अलग जिलों में जाकर बड़ी घोषणाएं कर रहे हैं।
दो दिन पहले वे बाड़मेर में थे, जहां उन्होंने महिलाओं के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की और डीबीटी योजना के लाभार्थियों के खातों में राशि हस्तांतरित की। इसके बाद, कल वे बीकानेर में थे, जहां उन्होंने किसानों से संवाद किया और पशुपालकों के लिए कई योजनाएं जारी कीं।
भरतपुर पहुंचे सीएम भजनलाल
गुरुवार को मुख्यमंत्री भरतपुर पहुंचे, जहां राज्य स्तरीय अन्त्योदय कल्याण समारोह का आयोजन हुआ। ‘गरीबी मुक्त राजस्थान’ और ‘राजस्थान छू रहा विकास की नई ऊंचाइयां’ थीम पर आधारित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को सशक्त बनाने के संकल्प के साथ काम कर रही है। इस अवसर पर उन्होंने 92,000 से अधिक निर्माण श्रमिकों को 100 करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित करने के साथ-साथ स्वामित्व योजना में 20,000 पट्टे एवं माटी कलाकारों को विद्युत चालित चाक वितरित किए।
राजस्थान दिवस साप्ताहिक महोत्सव के अंतर्गत आज भरतपुर में आयोजित अंत्योदय कल्याण समारोह में सहभागिता कर उपस्थित जनों को संबोधित किया।
---विज्ञापन---इस विशेष अवसर पर डबल इंजन सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को सहायता राशि के चेक वितरित किए गए। साथ ही, ‘लक्ष्य… pic.twitter.com/oq7Mgsokkm
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) March 27, 2025
साथ ही, मुख्यमंत्री ने डांग, मगरा एवं मेवात क्षेत्रीय विकास योजनाओं के लिए 300 करोड़ रुपये (प्रति योजना 100 करोड़ रुपये) आवंटित किए। उन्होंने 311 लोगों को डेयरी बूथ आवंटित किए और दिव्यांगजनों को पावर-ड्रिवन व्हीलचेयर एवं सहायक उपकरण वितरित किए। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से विभिन्न जिलों के योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद भी किया। इसके अलावा, उन्होंने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत 150 यूनिट मुफ्त बिजली देने की मार्गदर्शिकाएं और दिव्यांगजनों के लिए ‘समान अवसर नीति 2025’ का विमोचन किया।
राजस्थान सरकार का गरीबी मुक्त राजस्थान का संकल्प
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि उनकी सरकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय सिद्धांत को अपनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘‘गरीबी मुक्त राजस्थान’’ बनाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष के बजट में ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना’ के तहत पहले चरण में 5,000 गावों के बीपीएल परिवारों को गरीबी रेखा से ऊपर लाने के लिए 300 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
राजस्थान दिवस के अवसर पर आयोजित हो रहे कार्यक्रमों की शृंखला में आज नई दिल्ली स्थित बीकानेर हाउस में आयोजित राजस्थान उत्सव 2025 एवं राजीविका शिल्प मेला और व्यंजन महोत्सव का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर प्रदेश की अनूठी शिल्प कला, हस्तकौशल परंपराओं एवं लोक संस्कृति को प्रदर्शित करने… pic.twitter.com/63gM31LbaK
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) March 26, 2025
ब्रज भूमि से अन्त्योदय का विचार देश-प्रदेश तक पहुंचेगा
मुख्यमंत्री ने भारत के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल और राजस्थान के एकीकरण में योगदान देने वाली विभूतियों को नमन करते हुए कहा कि 30 मार्च 1949 को वृहद राजस्थान भारतीय नववर्ष की तिथि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर अस्तित्व में आया था। इसी कारण, अब हर साल 30 मार्च के बजाय चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को राजस्थान दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है।
चुनावी संकल्प पत्र को पूरा करने पर जोर
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार बनते ही उन्होंने गरीब परिवारों को 450 रुपये में एलपीजी सिलेंडर उपलब्ध कराकर राहत दी। इसके साथ ही, श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना के तहत हर जरूरतमंद को गुणवत्तायुक्त पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
राज्य सरकार ने गरीब परिवारों की बालिकाओं के जन्म पर 1.5 लाख रुपये का सेविंग बॉन्ड प्रदान करने के लिए ‘लाड़ो प्रोत्साहन योजना’ शुरू की है। वहीं, ‘लखपति दीदी योजना’ के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को मिलने वाली 5,000 रुपये की सहायता राशि बढ़ाकर 6,500 रुपये कर दी गई है। बुजुर्गों, विधवाओं, एकल नारियों, दिव्यांगजनों एवं लघु सीमांत किसानों की पेंशन बढ़ाकर 1,250 रुपये प्रति माह कर दी गई है।
वंचितों को प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार वंचितों को प्राथमिकता देते हुए कार्य कर रही है। ‘दादूदयाल घुमंतू सशक्तीकरण योजना’ के माध्यम से घुमंतू और अर्द्ध-घुमंतू समुदायों को सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा, डांग, मगरा एवं मेवात क्षेत्रीय विकास योजनाओं के लिए बजट में राशि बढ़ाकर 100-100 करोड़ रुपये की गई है। स्वामित्व योजना के तहत सभी राजस्व ग्रामों का ड्रोन सर्वे पूरा कर अगले साल 2 लाख परिवारों को नए पट्टे वितरित किए जाएंगे।
युवाओं को रोजगार और पेपर लीक रोकने का दावा
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि पिछली सरकार के दौरान पेपर लीक की घटनाओं ने युवाओं का भविष्य अंधकारमय कर दिया था, लेकिन वर्तमान सरकार पारदर्शी भर्ती परीक्षाएं आयोजित कर युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने दावा किया कि सरकार बनने के बाद से अब तक एक भी पेपर लीक नहीं हुआ है।