Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर एक बहुत ही रोचक खबर सामने आई है। यहां चुनाव के दौरान घर-घर जाकर वोट मांगने वाले कई मंत्री और विधायकों ने खुद ही मतदान को दिन वोट नहीं डाला। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि ये वहीं नेता हैं जो दिन भर गली, मोहल्ले और पोलिंग बूथ में जा- जाकर आम लोगों से वोट डालने की अपील करते दिखाई दिए थे।
ऊर्जा मंत्री ने ही नहीं डाला वोट
राजस्थान के कई नेता चुनाव में अपनी भागीदारी नहीं निभा सके। इनमें मंत्री, विधायक और सांसद भी शामिल है। इनमें सबसे पहले नाम अशोक गहलोत सरकार के ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी का है। कोलायत से कांग्रेस प्रत्याशी ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने लगातार तीसरी बार भी मतदान नहीं किया। 2003 और 2018 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाले भंवर सिंह भाटी का नाम उनके हवां गांव के मतदान सूची में था। जब उनसे वोट नहीं डालने का कारण पूछा गया तो, मंत्री जी कहा कि वोटिंग के दिन वो अपने चुनाव क्षेत्र बरसलपूरा इलाके में मौजूद थे जहां फर्जी वोटिंग की आशंका रहती है यहां से उनके मतदान केंद्र की दूरी करीब 150 किलोमीटर है, इसकी वजह सो वो शाम तक अपने बूथ पर नहीं ही पहुंच पाए।
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इस वजह से नहीं डाल पाए वोट
इसी तरह सवाई माधोपुर से चुनाव लड़ रहे हैं भाजपा के सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी मतदान वाले दिन अपने निर्वाचन क्षेत्र सवाई माधोपुर की पोलिंग बूथ पर ही मतदाताओं का फीडबैक लेते रहे और वोट डालने दोसा के महवा नहीं जा पाए। निवाई से भाजपा प्रत्याशी राम सहाय वर्मा भी जयपुर के बगरू इलाके में अपना वोट डालने नहीं गए। भीलवाड़ा के शाहपुरा से निर्दलीय प्रत्याशी कैलाश मेघवाल ने भी वोट नहीं डाला, क्योंकि उनका वोट उदयपुर में है। कैलाश मेघवाल विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। इस वक्त बीजेपी से 6 साल तक के लिए निष्कासित है।
कई क्षेत्रों में 9 फीसदी मतदान
वहीं अलवर के रामगढ़ से बीजेपी उम्मीदवार जय आहूजा ने भी अपना वोट नहीं डाला ,क्योंकि उनका वोट जयपुर में है और वह अलवर के रामगढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं। अंता से भाजपा प्रत्याशी कंवरलाल मीणा का वोट मनोहर थाना क्षेत्र में है और वह वोट नहीं डाल पाए।गुर्जर आंदोलन के बड़े नेता किरोड़ी लाल बैसला के बेटे और भाजपा प्रत्याशी विजय बैसला ने भी अपना मतदान नहीं किया क्योंकि वह खुद देवली उनियारा से चुनाव लड़ रहे हैं। राजस्थान में इस बार पश्चिम क्षेत्र को छोड़कर सभी जगह मतदान बढ़ा है। दक्षिण राजस्थान में सबसे ज्यादा क्षेत्र पर 9 फीसदी मतदान हुआ है।
बागी नेताओं ने बिगाड़ा खेल
बागीयों की कई सीट पर वोट प्रतिशत से कांग्रेस और बीजेपी की टेंशन बड़ी है। इनमें चित्तौड़गढ़, शाहपुरा, झुंझुनू, सांचौर ,नागौर ,शिव, लूणकरणसर, और बसेड़ी विधानसभा सीट शामिल है जहां त्रिकोणी मुकाबला है।