Politics on Kota Airport, कोटा: राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के बीच एक बार फिर से जुबानी जंग शुरू हो गई है। इस बार जंग की वजह कोटा में नए एयरपोर्ट निर्माण है। दरअसल, कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों ने चुनावी समय में घोषणाएं की थी कि राज्य में उनकी सरकार आने पर कोटा में नया एयरपोर्ट बनाया जाएगा। चुनाव के बाद राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी, वहीं केंद्र में भाजपा की सरकार बनी। अब राज्य में फिर से चुनाव होने वाले हैं और एक बार फिर से कोटा एयरपोर्ट राजनीतिक भाषण का हिस्सा बन गया है। कोटा एयरपोर्ट निर्माण को लेकर दोनों पार्टियां एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रही हैं।
सीएम गहलोत का केंद्र पर निशाना
हाल ही में कोटा दौरे पर सीएम अशोक गहलोत ने शंभूपुरा स्थित नए प्रस्तावित एयरपोर्ट की जमीन का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार और कोटा बूंदी सांसद ओम बिड़ला पर निशाना साधा। सीएम गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार समुंदर की तरह होती है, लेकिन ये लगातार मुश्किलें पैदा कर रही है। इतना ही नहीं सीएम गहलोत ने तो ये भी कहा कि राहुल गांधी ने एयरपोर्ट की घोषणा की थी इसलिए भाजपा नेताओं के पेट मे दर्द हो रहा है।
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भाजपा विधायकों का पलटवार
सीएम गहलोत के इस बयान के तुरंत बाद भाजपा विधायकों ने इस पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी। कोटा से भाजपा के 3 विधायक संदीप शर्मा, मदन दिलावर, और कल्पना देवी ने एक स्वर में कहा कि राज्य के 3 बार के मुख्यमंत्री रहने वाले इस तरह से झूंठ बोलना शोभा नहीं देता है। ये राज्य सरकार का काम है को भार रहित जमीन दें।
राज्य सरकार का काम
रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर, कोटा लाडपुरा विधायक कल्पना देवी और कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि सीएम गहलोत जो कह रहे वो गलत है, चिन्हित भूमि की बाधाएं दूर करना राज्य सरकार का काम है। इसका जिंदा उदाहरण किशनगढ़ और झालावाड़ है।