Rajasthan Phone Tapping Case: राजस्थान फोन टैपिंग केस में सोमवार को नया मोड़ आ गया। इस ममाले में राजस्थान सरकार में पूर्व OSD लोकेश शर्मा सरकारी गवाह बन गए हैं। बता दें बीते 25 नवंबर को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने लोकेश शर्मा को गिरफ़्तार किया था। दिल्ली पुलिस ने उन्हें बाहरी दिल्ली के इलाके से पकड़ा था।
जानकारी के अनुसार लोकेश शर्मा ने सरकारी गवाह बनने के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। साल 2020 में फोन टैपिंग केस सामने आया था। इस मामले में तत्तकालीन केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली पुलिस को शिकायत की थी। केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया था कि उनके फोन रिकॉर्ड किए जा रहे हैं, इस मामले की एफआईआर में लोकेश शर्मा का नाम था।
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जब लड़ाई है सच्चाई की तो..
सत्य, तथ्य और हक़ीकत को सामने लाया जाए…
किसी और के किये का दोष क्यों ढोया जाए…
अब असल किरदारों से नक़ाब उतारा जाए…---विज्ञापन---— Lokesh Sharma (@_lokeshsharma) December 16, 2024
अग्रिम जमानत पर हैं लोकेश शर्मा
बता दें फिलहाल लोकेश शर्मा इस मामले में अग्रिम जमानत पर चल रहे हैं। सरकारी गवाह बनने के बाद पूर्व सीएम अशोक गहलोत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बीते चार साल से इस मामले की जांच चल रही है। लोकेश शर्मा इस केस की महत्वपूर्ण कड़ी हैं, अब उनके सरकारी गवाह बनने पर इस मामले की सुनवाई में तेजी आने की उम्मीद है। राजनीतिक गलियारों में तो यहां तक चर्चा है कि इस मामले में अब पूर्व सीएम अशोक गहलोत से भी जांच एजेंसियां पूछताछ कर कर सकती हैं।
सोशल मीडिया पर हुआ था ऑडियो वायरल
जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया पर इस केस की एक ऑडियो भी वायरल हुई थी। जिसमें कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश करने दावा किया गया था। इस मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा था। जबकि केंद्रीय मंत्री ने अवैध रूप से अपना फोन टैप करने का आरोप लगाया था, जिसकी जांच चल रही है। सरकारी गवाह बनने के बाद लोकेश शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X एक पोस्ट की है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि किसी और के किये का दोष क्यों ढोया जाए…अब असल किरदारों से नक़ाब उतारा जाए।
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