Jaipurs coaching student kidnapping case: राजस्थान की राजधानी जयपुर में जिस स्टूडेंट का अपहरण हुआ। उसको बदमाश 20 लाख रुपये मिलने के बाद भी मारने वाले थे। स्टूडेंट को ऐसे प्रताड़ित किया गया कि जानकर रूह कांप जाए। उसे लाइटर से दागा गया, घावों पर सैनिटाइजर डाला गया। इसके बाद वाट्सएप कॉल करके परिवार को सुनाई गई। 15 घंटे तक बदमाशों ने जुल्म किया। 20 साल का विकास अब भी आपबीती को बताते हुए कांप उठता है। उसके शरीर पर इलेक्ट्रिक लाइटर से दागे जाने के निशान हैं। बदमाशों ने परिवार को डराने के लिए उसे रॉड और डंडों से जमकर पीटा। जयपुर पुलिस मदद नहीं करती, तो बदमाश उसका मर्डर कर सकते थे।
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पानी भरने गया था, कार में डालकर ले गए
आरोपियों ने उसको सांगानेर थाना इलाके से शनिवार दोपहर 11.50 बजे किडनैप किया था। वह दोस्त विजय चौधरी के साथ पानी भरने के लिए गया था। तीन कार सवार बदमाशों ने 6 नंबर बस स्टैंड के पास प्रभु दयाल मार्ग पर उसे किडनैप कर लिया। हथियार दिखा दोस्त और मुझे डरा दिया। मुझे कार में लेकर चले गए। विकास मूल रूप से टोंक जिले के उनियारा का रहने वाला है। जो 3 साल से जगदंबा नगर के कोचिंग सेंटर में स्टडी कर रहा है। उसके पिता घनश्याम मीणा खेती करते हैं। दो छोटे भाई हैं। बदमाशों ने कहा कि पापा को फोन कर 20 लाख रुपये मंगवाओ।
पानी भी नहीं दिया पीने के लिए
उसने परिवार की हालत की दुहाई देकर बदमाशों को कहा कि शायद आपको गलतफहमी हो गई। लेकिन वे नहीं माने। चार बदमाशों ने 15 घंटे तक उसे 700 किलोमीटर तक घुमाया। दिलखुश गुर्जर, चंद्रशेखर गुर्जर, सागर गुर्जर और राकेश चौधरी ने फर्जी नंबर वाली गाड़ी से किडनैप किया था। इसके बाद उसको खूब टॉर्चर किया। दोस्त विजय चौधरी ने सांगानेर थाने में पुलिस को पूरी बात बताई। जिसके बाद पुलिस ने बदमाशों की लोकेशन ट्रेस कर ली।
आखिरकार बूंदी जिले में चारों बदमाश पुलिस के रडार पर आ गए। बाद में पुलिस ने पीछा करके टोंक के घेरोली थाना क्षेत्र में सभी को दबोच लिया। बदमाशों ने विकास को पीछे सीट पर लेटाकर रखा था, उसको टॉर्चर कर रहे थे। वह दर्द से कराह रहा था। उसे पानी तक नहीं पीने दिया। बदमाशों से पुलिस को हथियार भी मिले हैं। सभी टोंक जिले के रहने वाले हैं।