श्रीवत्सन (Jaipur): पंजाब के बाद अब राजस्थान में सियासी जमीन तलाशती आम आदमी पार्टी तिरंगा यात्रा लेकर मैदान में है। गुलाबी शहर जयपुर (Jaipur) में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने रोड शो करके अपनी राजनितिक ताकत दिखाई।
गुटबाजी में अपना देख रही आप
हालांकि राजस्थान के अन्य पार्टियों के नेताओं ने आम आदमी पार्टी के वजूद को यहां सिरे से नकार दिया। बता दें कि आम आदमी पार्टी गुजरात, हिमाचल और उत्तर प्रदेश में मुंह की खाने के बाद राजस्थान से उम्मीद लगाए बैठी है कि उन्हें भाजपा और कांग्रेस की आपसी गुटबाजी में अपना फायदा नजर आ रहा है।
आम आदमी से जुड़ने का कर रहे दावा
यह तिरंगा यात्रा अपनी पार्टी का झंडा बुलंद करने के लिए है, क्योंकि राजस्थान में पार्टियों की गुटबाजी और सीएम पद के अनेक दावेदारों के बीच आम आदमी पार्टी लोगों से जुड़ने का दावा कर रही है। इसके लिए यह यात्रा जयपुर की सड़कों पर की गई है। चूंकि राजस्थान का बॉर्डर दिल्ली से नजदीक और पंजाब से लगा हुआ है।
भगवंत मान को लेकर पहुंचे सीएम केजरीवाल
दोनों जगह आम आदमी पार्टी की सरकार है, इसलिए केजरीवाल राजस्थान में अपना सियासी समीकरण खोज रहे हैं। यही कारण है कि केजरीवाल, भगवंत मान को राजस्थान लेकर पहुंचे हैं। इस दौरान दिल्ली-पंजाब की लुभावनी योजनाओं का जिक्र भी करने से नहीं चूके।
गहलोत और वसुंधरा राजे पर कसा तंज
भाजपा के डबल इंजन वाले नारे पर टिप्पणी करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा की इसका मतलब डबल भष्ट्राचार है। जयपुर पहुंचे केजरीवाल और भगवंत मानने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे पर भी तंज कसा। कहा दोनों में आपसी गठजोड़ है।
कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के दावे को नकारा
केजरीवल का यह रेला राजनीति के मैदान में क्या खेला दिखाएगा, यह तो आने वाला समय ही तय करेगा, लेकिन भाजपा हो या कांग्रेस दोनों का ही मानना है कि आम आदमी पार्टी राजस्थान के लोगों से जुड़ नहीं पाएगी। कांग्रेस के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने तो यहां तक कहा की कैसी आम आदमी पार्टी… यहां तो मैं ही आम आदमी हूं। दुनिया जानती है मुझे मैं रोड मास्टर हूं। मंत्री महेश जोशी ने कहा की आम आदमी पार्टी अपना वजूद नहीं जमा पाएगी।
ये लोग भी लगे सियासी तैयारी में
आम आदमी पार्टी को पंजाब से लगे बॉर्डर के इलाके गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर समेत अन्य क्षेत्रों में अपने लिए उम्मीदें नजर आ रही है। इसका शंखनाद उन्होंने राजस्थान की राजधानी जयपुर से किया है। उधर ओवैसी भी अलवर, बह्रातपुर, टोंक, जोधपुर, बाढ़मेर समेत कई इलाकों में अपनी ताल ठोक चुके हैं। भाजपा और कांग्रेस भी चुनावी मोड़ में है।