Jaipur News: जयपुर में नकली शराब का एक बड़ा रैकेट पकड़ा गया है। इंडियन आर्मी के कैंटीन स्टोर डिपो (CSD) के नाम का दुरुपयोग कर नकली शराब बेचने वाले रैकेट के एक सदस्य दीपेन्द्र सिंह को आबकारी विभाग और मिलिट्री इंटेलिजेंस जयपुर की संयुक्त टीम ने झोटवाड़ा इलाके से गिरफ्तार किया है।
सेना की प्रतिष्ठा पर हमला
गिरफ्तारी के वक्त आरोपी के पास से 37 बोतलें IMFL की बरामद हुईं। इन पर भारतीय सेना की सीएसडी कैंटीन का नकली लेबल छपा हुआ था। जांच में सामने आया है कि आरोपी पुराने कबाड़ से खाली बोतलें खरीदकर उनमें मिलावटी और सस्ती शराब भरता था, और फिर उन्हें सेना की अधिकृत कैंटीन से आई हुई शराब बताकर बाजार में बेचता था।
जयपुर में नकली शराब का रैकेट पकड़ा गया pic.twitter.com/VbPjEggTGv
— Namrata Mohanty (@namrata0105_m) July 9, 2025
---विज्ञापन---
गाड़ी से सप्लाई, लोगों की जान से खिलवाड़
टीम ने आरोपी की ग्रैंड विटारा गाड़ी भी जब्त की है, जिसका इस्तेमाल वह नकली शराब की आपूर्ति के लिए करता था। विशेषज्ञों के मुताबिक इस तरह की मिलावटी शराब से अंधापन, किडनी फेलियर और यहां तक कि मौत तक हो सकती है।
संयुक्त ऑपरेशन में बड़ी कामयाबी, रैकेट का हो सकता है बड़ा नेटवर्क
इस पूरे ऑपरेशन को अवैध शराब के खिलाफ बड़ी सफलता माना जा रहा है। मिलिट्री इंटेलिजेंस और आबकारी विभाग की टीमों ने गोपनीय सूचना और सटीक निगरानी के आधार पर आरोपी को धर दबोचा। अधिकारियों को आशंका है कि यह रैकेट राजस्थान के अलावा अन्य सीमावर्ती इलाकों में भी सक्रिय हो सकता है। फिलहाल आरोपी के खिलाफ आबकारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला, होगी सख्त कार्रवाई
सेना जैसे प्रतिष्ठित संस्थान के नाम पर नकली लेबलिंग करना न केवल गंभीर अपराध है, बल्कि यह देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य प्रतिष्ठानों की साख पर सीधा हमला है। अधिकारियों का कहना है कि CSD जैसी संस्थाओं की विश्वसनीयता कायम रखना बेहद जरूरी है, और इस तरह के मामलों में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ये भी पढ़ें- राजस्थान के चूरू में एयरफोर्स का लड़ाकू विमान क्रैश, 2 लोगों की मौत