महापौर उपचुनाव: जयपुर नगर निगम (ग्रेटर) में महापौर पद के उप चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस और भाजपा ने महापौर उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों के नाम फ़ाइनल कर दिए हैं। भाजपा ने रश्मि सैनी और कांग्रेस ने हेमा सिंघानिया को उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले दोनों ही दलों ने अपने-अपने मेयर प्रत्याशी के लिए कल देर रात तक मंथन किया।
बता दें कि कांग्रेस आज वॉच एंड वेट की स्थिति में थी। वह भाजपा के प्रत्याशी को देखकर ही अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारने का इंतजार कर रही थी। इसी के चलते जैसे ही भाजपा ने अपने नाम का ऐलान किया उसके तुरंत बाद ही कांग्रेस ने हेमा सिंघानिया के नाम पर मुहर लगा दी।
भाजपा की चौमूं में बाड़ाबंदी
वहीं नाम फ़ाइनल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस से खरीद-फरोख्त का डर सता रहा है। ऐसे में भाजपा ने पार्षदों की बाड़ाबंदी कर दी है। भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों को पार्टी कार्यालय से चौमूं स्थित चौमूं पैलेस होटल में ले जाया गया है। दो बसों में सभी बीजेपी और समर्थित निर्दलीय पार्षद जयपुर बीजेपी मुख्यालय से रवाना हुए। इन सभी महापौर के 10 नवंबर को होने वाले चुनाव तक सभी को होटल में ही रखा जाएगा।
नगर निगम ग्रेटर में पार्षदों का गणित
बता दें कि 2020 में चुनाव के समय पार्षदों की150 सीट थी वर्तमान में पार्षदों की संख्या 146 है। वर्तमान में भाजपा के 85 पार्षद हैं वहीं कांग्रेस के 49 पार्षद हैं और 12 निर्दलीय पार्षद हैं। इनमे भाजपा और भाजपा समर्थित पार्षदों की संख्या कुल 93 है तो कांग्रेस और कांग्रेस समर्थित पार्षदों की संख्या 53 है।
भाजपा का मेयर बनना तय
बहरहाल, जयपुर ग्रेटर नगर निगम में भाजपा का बहुमत है लेकिन कांग्रेस भाजपा की फूट का फायदा उठाएगी। कांग्रेस को मेयर बनाने के लिए भाजपा के गढ़ में सेंधमारी करनी पडेगी, जो इतना आसान नहीं दिख रहा है क्योंकि जयपुर ग्रेटर नगर निगम में कांग्रेस के पास बहुमत नहीं है और BJP की तुलना में बहुत बड़ा गैप है। बड़ा उलटफेर नहीं हुआ तो BJP का मेयर बनना तय माना जा रहा है।