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राजस्थान

Jaipur: प्रदेश के संविदाकर्मियों ने JKK में की प्रेस कॉन्फ्रेंस, सरकार की कार्यशैली पर जताई नाराजगी

जयपुर: राजस्थान में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के प्रवेश करने से पूर्व ही सरकार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। प्रदेश के संविदाकर्मियों ने एक बार फिर सरकार की कार्यशैली पर नाराजगी जताई है। संविदाकर्मियों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि वे राहुल गांधी से भारत जोड़ो यात्रा […]

Author Edited By : Nirmal Pareek Updated: Nov 18, 2022 21:54
Contract workers expressed displeasure in Jaipur
जयपुर में संविदाकर्मियों ने जताई नाराजगी

जयपुर: राजस्थान में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के प्रवेश करने से पूर्व ही सरकार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। प्रदेश के संविदाकर्मियों ने एक बार फिर सरकार की कार्यशैली पर नाराजगी जताई है। संविदाकर्मियों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि वे राहुल गांधी से भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जगह-जगह मुलाकात करेंगे और सरकार की कार्यशैली से अवगत कराएंगे।

दरअसल, शुक्रवार को जवाहर कला केंद्र में अल्प संख्यक विभाग, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग, शिक्षा विभाग और ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के संविदाकर्मियों के प्रतिनिधिमंडल ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार ने संविदाकर्मियों के साथ वादाखिलाफी की है। जब कांग्रेस सरकार विधानसभा चुनाव लड़ रही थी तो उस दौरान पार्टी ने घोषणा पत्र में संविदाकर्मियों को नियमित करने का वादा किया था। लेकिन, चार वर्ष का कार्यकाल गुजरने के बाद भी यह वादा पूरा नहीं किया है। गौरतलब है कि राजस्थान में इन चार विभागों के 1 लाख 10 हजार से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत हैं।

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जबकि, सरकार की ओर से हालही में राजस्थान कॉन्ट्रैक्चूअल हायरिंग टू सिविल पोस्ट रूल्स 2022 के माध्यम से पुन: संविदाकर्मियों की पिछली नौकरी को शून्य मानते हुए अन्य परिलाभों में कटौती कर एक बार फिर संविदा पर ही रखने का निर्णय किया है। जिससे सभी संविदाकर्मियों में भारी रोष है।

मंत्री बीडी कल्ला की अध्यक्षता में बनी थी कमेटी, रिपोर्ट अब भी लंबित

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प्रेसवार्ता में मौजूद प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि कैबिनेट मंत्री डॉक्टर बीडी कल्ला की अध्यक्षता में संविदा कर्मचारियों को नियमित करने के लिए सरकार ने एक कमेटी का गठन किया गया था। लेकिन, अभी तक उस कमेटी की रिपोर्ट लंबित है। ऐसे में कमेटी की रिपोर्ट के बिना ही संविदा कर्मचारियों के सर्विस रूल्स बनाए गए। जिसमें विगत 15 वर्षों से कार्यरत कर्मचारियों को किसी भी प्रकार का कोई भी लाभ नहीं दिया जा रहा है।

First published on: Nov 18, 2022 09:54 PM

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