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नागौर की महिला के लिए स्वरोजगार का आधार बनी ‘इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना’, जानें सफलता की कहानी

Rajasthan News: नागौर शहर की निवासी शबनम की चूडियों की दुकान थी जिससे वह घर खर्च में सहयोग कर रही थी। उसके मन में यह सोच थी कि अपने व्यवसाय को बढ़ाया जाए लेकिन पैसों की कमी आडे़ आ रही थी। योजना से मिला आर्थिक सबंल शबनम का कहना है कि वह सिलाई और ब्यूटी […]

Author Edited By : Rakesh Choudhary Updated: Apr 28, 2023 17:08
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Rajasthan News: नागौर शहर की निवासी शबनम की चूडियों की दुकान थी जिससे वह घर खर्च में सहयोग कर रही थी। उसके मन में यह सोच थी कि अपने व्यवसाय को बढ़ाया जाए लेकिन पैसों की कमी आडे़ आ रही थी।

योजना से मिला आर्थिक सबंल

शबनम का कहना है कि वह सिलाई और ब्यूटी पार्लर का काम भी जानती है और अपनी चूडियों की दुकान के साथ-साथ इस काम को भी करना चाहती थी परंतु आर्थिक तंगी के कारण यह संभव नही हो पा रहा था। उनकी इस आर्थिक परेशानी को दूर करने में मददगार साबित हुई।

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राजस्थान सरकार की इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना जिसके माध्यम से वह इस व्यापार को बढ़ाने में सफल हुई। जब आर्थिक संबल मिला तो उन्होंने सिलाई व ब्यूटी पार्लर का काम भी शुरू कर दिया जिससे उसे अतिरिक्त आमदनी प्राप्त होने लगी। अब वह घरवालों का अधिक आर्थिक सहयोग कर पा रही है।

योजना से मिला 50 हजार का ब्याज मुक्त ऋण

शबनम कहती हैं कि इस योजना से लाभान्वित होकर हमारा परिवार बहुत खुश है क्योंकि इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना ने ब्याजमुक्त ऋण प्रदान करके आर्थिक परेशानियों को दूर करने में सहायता की है। वह बताती हैं कि छोटे व्यापारियों को बैंकों से ऋण प्राप्त करने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

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राज्य सरकार की इस योजना से आसानी से ऋण मिलने लगा है। जो छोटे व्यापारियों को व्यवसाय बढ़ाने और अतिरिक्त आमदनी प्राप्त करने में सहायक सिद्ध हो रही है। शबनम को इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से 50 हजार रुपये का ब्याज मुक्त ऋण प्राप्त हुआ है।

शबनम ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का इस योजना के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया जिसके माध्यम से उन्हें व्यापार में वृद्धि के लिए आर्थिक सहारा मिला है।

First published on: Apr 28, 2023 05:06 PM

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