Jaipur News: प्रदेश सरकार की सीएम किसान मित्र ऊर्जा योजना से टोंक के किसानों को सबसे ज्यादा लाभ मिला है। फरवरी में इस योजना का फायदा जिले के 95.13 फीसदी किसानों को मिला। जो प्रदेश के सभी जिलों में सबसे अधिक है। इस रैंकिंग में टोंक के बाद क्रमशः सिरोही, जयपुर, चितौड़गढ़ और पाली का स्थान रहा है। जनवरी माह में टोंक जिला रैंकिंग में दूसरे पायदान पर था।
17 हजार किसानों के बिल शून्य जारी हुए
जयपुर डिस्काॅम के अधीक्षण अभियंता सतीश गुप्ता ने बताया कि टोंक जिले में सामान्य कृषि उपभोक्ताओं की तादाद 19 हजार 924 है, जिनमें से 18 हजार 953 यानी 95.13 प्रतिशत को फरवरी में प्रदेश सरकार की फ्लैगशिप मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना का लाभ मिला। यह आंकड़ा प्रदेश में सबसे अधिक है। समीक्षाधीन महीने में जिले के 17 हजार 722 किसानों को शून्य राशि के बिल जारी हुए।
फरवरी में जारी की गई 19 करोड़ की सब्सिडी
इस तरह प्रदेश सरकार की ओर से जिले के किसानों को फरवरी में 19 करोड़ रुपये की सब्सिडी जारी की गई। गौरतलब है कि गहलोत सरकार ने जून 2021 में मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना का शुभारंभ किया था।
यह अनुदान राशि हर महीने अधिकतम 1,000 रुपये और हर साल अधिकतम 12,000 रुपये है। योजना का लाभ फ्लैट श्रेणी के कृषि उपभोक्ताओं तथा मीटर चालू, बंद अथवा खराब होने की स्थितियों में भी दिया जा रहा है।
हर साल 15 लाख किसानों को मिल रहा लाभ
सभी किसान उपभोक्ताओं को योजना का लाभ मई 2021 के बिल से मिलना शुरू हो गया है। राज्य सरकार हर साल करीब 20 हजार करोड़ रुपये व्यय कर 15 लाख 78 हजार किसानों को लाभान्वित कर रही है।
राज्य सरकार ने चालू वित्त वर्ष के बजट में भी हर महीने 2 हजार यूनिट तक उपयोग करने वाले प्रदेश के 11 लाख से अधिक किसानों को निशुल्क बिजली मुहैया कराने का प्रावधान किया है।