जयपुर में पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के घर ईडी ने सुबह-सुबह छापेमारी की। यह छापेमारी उनके सिविल लाइंस स्थित आवास पर की गई। कार्रवाई के विरोध में खाचरियावास के समर्थक मौके पर जुट गए और कार्रवाई का विरोध किया। इस दौरान उनके समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। छापेमारी पर पूर्व मंत्री कड़ी आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि ईडी ने न तो उनको नोटिस दिया और न ही उनके परिवार को कोई नोटिस दिया है। खाचरियावास ने इस कार्रवाई को बीजेपी की तानाशाही बताया।
जो चीज पूछेंगे उसका जवाब दिया जाएगा
पूर्व मंत्री ने कहा कि यह बेवजह छापेमारी की जा रही है। सारे मामले पहले के खत्म हो चुके हैं। अखबारों में इसका खंडन भी हो चुका है। बिना नोटिस के ये लोग आए हैं। ये लोग जो चीज पूछेंगे उसका जवाब दिया जाएगा। पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि अब मैं सरकार के खिलाफ जंग लडूंगा तो नया मकान लंूगा और उसका नाम क्रांति भवन रखूंगा। इसके बाद जंग की शुरुआत करूंगा। वो क्रांति की शुरुआत पूरे राजस्थान और भारत में होगी। इनकी वजह से मेरे माता-पिता परेशान हो रहे हैं। यह छापेमारी राजनीतिक द्वेष के कारण हुई है। इसका जवाब मैं दूंगा।
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मुझे किसी बात का डर नहीं
प्रताप सिंह खाचरियावास ने आगे कहा कि उनका यह घर भैरोंसिंह शेखावत के भाई लक्ष्मण सिंह शेखावत का है। अगर ये लोग बीजेपी के सबसे बड़े नेता के घर पर भी कार्रवाई कर सकते हैं तो मुझे किसी बात का डर नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार का विरोध करना गुनाह है तो हम करेंगे।
पूर्व मंत्री ने खुद पर लगे आरोपों को लेकर कहा कि हमारा किसी चिट फंड से कोई लेना देना नहीं है। मेरे और मेरे परिवार को बेवजह परेशान किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है।
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