Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ अब इस समय महाराष्ट्र में है, कुछ दिन बाद ये मध्यप्रदेश में प्रवेश करेगी। इसके बाद ये हाड़ोती के झालावाड़ जिले की सीमा से राजस्थान में प्रवेश करेगी। आज भारत जोड़ो यात्रा को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएम आवास पर मीटिंग बुलाई है।
जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री आवास पर होने वाली बैठक में सीएम अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, मंत्री, विधायक और पार्टी पदाधिकारी शामिल होंगे। 3 दिसंबर को राजस्थान में यात्रा का प्रवेश प्रस्तावित है। यात्रा के दौरान इंतजाम की तैयारियों को लेकर जिम्मेदारी दी जाएगी।
रूट चार्ट में हो सकता है बदलाव
वहीं ये भी बताया जा रहा है कि राहुल गांधी के रुट चार्ट में आंशिक बदलाव हो सकता है। अब कोथून होते हुए जयपुर आ सकते हैं राहुल गांधी। 3 दिसंबर और 6 दिसंबर के बीच ब्रेक रह सकता है। इस दौरान राहुल गांधी गुजरात चुनाव में प्रचार कर सकते हैं। राजस्थान से यूपी होते हुए भारत जोड़ो यात्रा हरियाणा में प्रवेश करेगी। यूपी के मथुरा होते हुए मेवात के नूंह में प्रवेश का कार्यक्रम प्रस्तावित है। सीएम अशोक गहलोत की सीएमआर में होने वाली बैठक में रूट चार्ट पर फाइनल चर्चा होगी।
रुट चार्ट में पड़ रहे हैं तीन टाइगर रिजर्व
फिलहाल कोटा, सवाईमाधोपुर और बूंदी जिले से यात्रा को लेकर संशय है। भारत जोड़ो यात्रा के मार्ग में तीन टाइगर रिजर्व आ रहे हैं। कोटा संभाग के झालावाड़ जिले में यात्रा जिस रास्ते से गुजरेगी उसका कुछ भाग मुकंदरा टाइगर हिल्स रिजर्व में शामिल है। वहीं बूंदी जिले में जिस रूट से यात्रा का गुजरना प्रस्तावित है उस पर रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व का क्षेत्र आता है। वहीं सवाईमाधोपुर जिले से भी भारत जोड़ो यात्रा का निकलना प्रस्तावित है। उसका अधिकांश क्षेत्र रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में आ रहा है। ऐसे में इन क्षेत्र से यात्रा का निकल पाना संभव नजर नहीं आ रहा है।
इस नेता को मिली है रूट सर्वे की जिम्मेदारी
आपको बता दें, राजस्थान के राजस्व मंत्री रामलाल जाट नेताओं के साथ रूट को लेकर सर्वे कर रहे थे। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा महाराष्ट्र जाकर राहुल गांधी की टीम से चर्चा भी कर चुके हैं। लेकिन वर्तमान यात्रा में आ रहे वाइल्ड लाइफ एक्ट 1972 के तहत वनक्षेत्र में लगाई गई पाबंदियों को लेकर भी कांग्रेस नेताओं को अवगत करा दिया है। अब अंतिम फैसला वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की अध्यक्षता में बनी कमेटी को करना है।