अजमेर से संदीप टाक की रिपोर्टः नेपाल के माउंट अन्नपूर्णा से उतरते समय बर्फीली खाई में गिरे किशनगढ़ के पर्वतारोही अनुराग मालू तीन दिन के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद जिंदा निकाल लिए गए। फिलहाल वे अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। उन्हें अभी तक होश नहीं आया है।
दूसरी तरफ रेस्क्यू कर बचाने वाली कंपनी ने उनके परिवार को 70 लाख रुपये का बिल थमा दियाए यह भी किसी सदमे से कम नहीं है।
पिता ने सांसद भागीरथ चौधरी को लिखा पत्र
अजमेर के पर्वतारोही अनुराग मालू को नेपाल में रेस्क्यू करने वाली कंपनी ने उनके परिवार को करीब 70 लाख रुपये का बिल भरने को कहा है। पिता ओमप्रकाश मालू ने पीएम, सीएम और जिला कलेक्टर सभी से आर्थिक मदद दिलवाने के लिए गुहार लगाई है। क्योंकि परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि इतनी भारी भरकम राशि का बिल जमा करवा कर अनुराग को अजमेर वापस ला सके।
अनुराग के पिता ने अजमेर से बीजेपी के लोकसभा सांसद भागीरथ चौधरी को पत्र लिखकर कहा है कि मेरी आर्थिक स्थिति इतनी सक्षम नहीं है कि यह बिल भर सकूं। इसलिए भारत में नेपाल के दूतावास को पत्र लिखकर भारत सरकार की ओर से खोज कार्य की राशि वहन करवाने का पत्र जल्द से जल्द लिखें। ताकि अनुराग को नेपाल से भारत लाया जा सके।
सांसद ने पीएम और विदेश मंत्री से लगाई गुहार
अनुराग को 22-23 अप्रैल तक नेपाल से भारत लाने से पहले इस राशि का भुगतान किया जाना आवश्यक है। अनुराग के पिता ओमप्रकाश मालू की इस गुहार के बाद सांसद भागीरथ चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर खोज कार्य की राशि भारत सरकार की ओर से वहन करने का आग्रह किया है।
अजमेर जिला कलेक्टर ने भी सीएम गहलोत को लिखा पत्र
अनुराग मालू के पिता ओमप्रकाश मालू ने एक लेटर अजमेर के जिला कलेक्टर को भी लिखकर इस संबंध में आर्थिक मदद मांगी है। जिसके बाद जिला कलेक्टर ने सीएम अशोक गहलोत को लेटर लिखकर भारत सरकार से यह राशि वहन करवाने की मांग रख दी है।
अनुराग के पिता ओमप्रकाश मालू ने बताया कि 17 अप्रैल को नेपाल में अनुराग के लापता होने के बाद रेस्क्यू टीम ने तलाश शुरू कर दी थी। दिन-रात तलाशने के बाद जब पता नहीं लगाए तो टीम ने हाथ खड़े कर दिए।