जयपुर: मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास पर राजस्थान के मुख्यमंत्री ने राज्य वन्यजीव मंडल की बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि वन्यजीव संरक्षण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता में है। राज्य सरकार के वन्यजीव संरक्षण में अथक प्रयासों से ही प्रदेश में टाइगर की संख्या 100 से अधिक हो गई है।
वहीं, पैंथर, ब्लैकबक, चीतल, हिरण, खरमोर सहित अन्य वन्यजीवों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है। रणथम्भौर, सरिस्का, मुकुंदरा एवं रामगढ़ विषधारी सहित प्रदेश के अभयारण्यों में आवश्यकता अनुसार कार्य योजना कार्य करने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए।
इसके अलावा सीएम गहलोत ने ट्वीट करते हुए बताया कि, “प्रदेशभर में 2 अक्टूबर से वन्यजीव सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान स्कूली बच्चों सहित आमजन में वन्यजीवों के प्रति जिज्ञासा बढ़ाने से संबंधित रोचक गतिविधियों आयोजन किया जाएगा। विभागीय अधिकारियों को पूरे सप्ताह के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश भी दिए।”
वहीं सीएम ने वेटलैंड्स और ग्रासलैंड्स के संरक्षण के लिए बताते हुए कहा कि, “वनों एवं वन्यजीवों के साथ-साथ वेटलैंड्स और ग्रासलैंड्स आदि के संरक्षण के लिए भी राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। इसके लिए सरकार वन्यजीव प्रेमियों, विशेषज्ञों और वन्यजीव संरक्षण से जुड़े संगठनों के साथ मिलकर कार्य कर रही है। पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग,वैटलैंड अथॉरिटी को मजबूत बनाने संबंधित प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए।सांभरलेक वैटलैंड संरक्षण हेतु अवैध ट्यूबवैल को शीघ्र हटाने, विशेषज्ञों के सहयोग से प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी वैटलैंड चिन्हिकरण,संरक्षण कार्यों में गति लाने के निर्देश दिए। “