Rajasthan Weather Forcast: राजस्थान में मानसून का आखिरी दौर सक्रिय रहने के साथ ही मौसम सुहावना बना हुआ है। प्रदेश के कई जिलों में बादलों ने डेरा जमा लिया है। अगले 24 घंटों तक मानसून के सक्रिय रहने के चलते प्रदेश में भारी और अति भारी बारिश होने के आसार हैं। जयपुर सहित अन्य जगहों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश से मौसम में हल्की ठंडक घुल गई है। साथ ही इससे लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली है।
वहीं मौसम केंद्र जयपुर ने 5 संभागों के कई जिलों के लिए हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है। विभाग ने आज जयपुर, अजमेर, भरतपुर, कोटा और उदयपुर संभागों में बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार मध्यप्रदेश के ऊपर बने दबाव के कारण प्रदेश के कई स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। जयपुर मौसम विभाग के अनुसार कम दबाव के तंत्र के प्रभाव से आगामी 48 घंटों में राजस्थान के कई जिलों में मानसून के सक्रिय होने तथा हल्की से मध्यम दर्जें की बारिश के फिर होने की संभावना है।
राजस्थान को कोटा संभाग के जिलों में मध्यप्रदेश में होने वाली बारिश का असर दिखाई देने लगा है। मध्यप्रदेश में इन दिनों तेज बारिश हो रही है। जिसका असर राजस्थान पर भी दिखाई दे रहा है। मध्यप्रदेश में तेज बरसात से कोटा जिले के खातौली कस्बे से गुजर रही पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ गया।
इन जिलों में हो सकती है बारिश
जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार जयपुर,अजमेर,दौसा,झुंझुनू,सीकर, अलवर, भरतपुर, धौलपुर करौली,सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर जिलों और आसपास के क्षेत्रों में कहीं-कहीं मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा का दौर होने की संभावना है।
आज से मानसून कमजोर पड़ सकता है
वहीं, मौसम विभाग ने आज से राजस्थान में बारिश की गतिविधियों में कमी होने के आसार जताए हैं। मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश के ऊपर बना वेलमार्क लो प्रेशर एरिया वर्तमान में उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश के ऊपर स्थित है। इस सिस्टम के आगामी 24 घंटों में धीरे-धीरे उत्तर और उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने बाद उत्तर-पूर्व दिशा में मुड़कर दक्षिणी यूपी की तरफ आगे बढ़ने की संभावना है।
इस बार हुई अच्छी बारिश
उल्लेखनीय है कि इस बार प्रदेश के लिए मानसून अच्छा रहा है। बड़े एवं छोटे तालाबों में पानी की खूब अवाक हुई है। जिसकी वजह से इस बार गर्मियों के दिनों में पेयजल संकट नहीं गहराने के आसार है। 5 जिलों के लिए पानी की आपूर्ति करने वाला बीसलपुर बांध इस बार लबालब है। बीसलपुर बांध में पानी की जमकर अवाक हुई है।