के जे श्रीवत्सन, जोधपुर: राजस्थान के जोधपुर जिले में करीब 4 दशकों बाद हुई मूसलाधार बारिश के बाद अब भी कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। रूपनगर में पिछले 3 दिन से बिगड़ते हालात पर बचाव कार्य के लिए सेना को बुलाना पड़ा है, हालांकि बुधवार रात को ही सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। सेना और एनडीआरफ की टीम ने बचाव कार्य शुरू किया और नाव में बैठाकर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। पंप लगाकर पानी की निकासी शुरू कर दी गयी।
सूरसागर इलाके के “खरबूजा की बावड़ी” इलाके में जहां पर की अब भी 4 दिन बाद पानी जमा है। लोगों के घर आधे से ज्यादा पानी में डूब चुके हैं लोगों ने पास के रामद्वारा में शरण ले रखी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अचानक उनके निचले इलाके में एक साथ पानी आ गया। उसे निकालने की प्रशासन की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण इधर आधे से ज्यादा पानी में डूबे हुए हैं।
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में मानसून पर करीब एक सप्ताह का ब्रेक रहेगा। विभाग के अनुसार राजस्थान राज्य में अगले एक सप्ताह के लिए हल्की मौसम गतिविधि देखी जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार मानसून की ट्रफ लंबी अवधि के लिए अपने सामान्य स्थान के दक्षिण में अच्छी तरह से स्थित रही। जिसके चलते जैसलमेर, बाड़मेर, फलोदी और पोखरण जैसे राज्य की अंतिम चौकियों तक अच्छी बारिश हुई।
बता दें कि एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र राजस्थान के मध्य भागों पर बना हुआ है, जो कि एक स्तर से 4.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। जिससे एक सप्ताह तक मानसूनी गतिविधियां राजस्थान से शिफ्ट रहेगी। हालांकि 3 अगस्त बाद मॉनसून ट्रफ फिर दक्षिण की ओर शिफ्ट होगी। जिससे अगस्त महीने में बरसात फिर रफ्तार पकड़ लेगी।