झुंझुनू: राजस्थान में झुंझुनू जिले के काजड़ा गांव में शनिवार देर रात में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मूर्ति खंडित करने का मामला सामने आया है। गांव के ही एक युवक ने मूर्ति खंडित करने की जिम्मेदारी ली है। इस युवक की ओर से मूर्ति खंडित करने से पहले स्टेट्स भी लगाया गया था।
जानकारी के मुताबिक झुंझुनूं के सूरजगढ़ के समीप काजड़ा में स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की राजस्थान की पहली मूर्ति को रात को असामाजिक तत्वों ने खंडित कर दिया है। ग्रामीण रमेश शर्मा व सरपंच प्रतिनिधि मंजीत तंवर ने बताया कि रात को ग्रामीणों ने सूचना दी कि गांव के मुख्य चौक पर स्थित इंदिरा गांधी पार्क में स्थापित इंदिरा गांधी की प्रतिमा खंडित कर दी गई है।
इसके बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो सामने आया कि मूर्ति के मुंह को चोट मारकर खंडित किया गया है। जिस पर रातभर ग्रामीणों ने असामाजिक तत्व को ढूंढने की कोशिश की। इसके बाद आज सुबह पिलानी पुलिस को सूचना दी गई। जिस पर पिलानी सीआई रणजीत सेवदा काजड़ा पहुंचे और मौका मुआयना किया। इधर, इस घटना से गांव में आक्रोश है।
वहीं, गांव के युवक मुकेश गुर्जर ने व्हाट्सएप स्टेटस पर लिख रखा था कि पांच मिनट बाद इंदिरा गांधी पार्क में लगी मूर्ति टूटेगी, अगर किसी में जोर हो तो रोक लेना। जानकारी मिलने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो वहां इंदिरा गांधी की मूर्ति का मुंह व हाथ क्षतिग्रस्त मिला। साथ ही पास में लगी सीमेंट की एक कुर्सी भी टूटी हुई मिली।
घटना को लेकर एडीएम जेपी गौड़ ने बताया कि स्टेटस पर धमकी देने वाले युवक को बड़ौदा पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम झुंझुनूं से रवाना हो गई है। आरोपी से पूछताछ के बाद ही सच्चाई का पता चल पाएगा। उन्होंने कहा कि खंडित मूर्ति को ठीक करवाने का काम
भी करवाया जाएगा।
आपको बता दें कि ग्रामीणों का दावा है कि राजस्थान की यह पहली इंदिरा गांधी की मूर्ति थी। जो झुंझुनूं के काजड़ा में तत्कालीन प्रधान सूरत सिंह शेखावव तथा सरपंच केशरदेव शर्मा के प्रयासों से पार्क के साथ स्थापित की गई थी। यह पार्क ग्रामीणों के काम आता है। इस मूर्ति का अनावरण वर्तमान के परिवहन मंत्री एवं तत्कालीन जिला प्रमुख बृजेंद्र ओला द्वारा 19 जून 1990 में करीब तीन दशक पहले किया गया था।