सीकर: सीकर जिले के खाटूश्याम मंदिर में दो दिन पहले हुए हादसे में अफसरों पर कार्रवाई की जा रही है। मंदिर में मची भगदड़ के बाद 3 महिलाओं की मौत मामले में सरकार ने सबसे पहले खाटूश्यामजी थाना अधिकारी रिया चौधरी को सस्पेंड किया था। बीते कल उपखण्ड के दो अधिकारियों पर गाज गिरी एवं एक अधिकारी पर आज सुबह कार्रवाई की गई। इस मामले में बीते कल SDM राजेश कुमार, CO सुरेंद्र सिंह और तहसीलदार विपुल चौधरी को आज सस्पेंड कर दिया है।
वहीं अब जानकारी के मुताबिक खाटूश्यामजी भगदड़ मामले में एसडीएम व तहसीलदार को निलंबित करने के बाद दांतारामगढ़ एसडीओ ऑफिस एवं तहसील ऑफिस के कर्मचारी बैठे धरने पर बैठ गए हैं। कर्मचारी एसडीएम राजेश मीणा व तहसीलदार विपुल चौधरी को बहाल करने की मांग कर रहे हैं। कर्मचारी एसडीएम और तहसीलदार पर निलंबन की कार्रवाई को गलत फैसला बता रहे हैं। और एसडीएम व तहसीलदार को बहाल नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दे रहे हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से लोग सरकार से दोनों अधिकारियों को बहाल करने की मांग कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज 12 बजे मंदिर हादसे को लेकर आपात बैठक भी बुलाई थी। वहीं दूसरी तरफ मंगलवार देर रात दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था।
वहीं घटना के बाद सीकर से बीजेपी सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने सरकार के सीबीआई जांच की मांग की है। सांसद ने कहा कि भगदड़ के दौरान हादसे में मृतक तीनों महिला श्रद्धालुओं को 25-25 लाख रुपये का मुआवजा भी दिया जाए। वहीं इससे पहले कांग्रेस के स्थानीय विधायक वीरेंद्र सिंह ने श्याम मंदिर कमेटी के मैनेजमेंट को लेकर गंभीर सवाल उठाए थे।