जालोर: राजस्थान के जालोर के जसवंतपुरा क्षेत्र में एक संत रविनाथ महाराज ने फंदा लगाकार सुसाइड कर लिया। इसका कारण जमीन विवाद बताया जा रहा है। आश्रम के संतों ने स्थानीय भाजपा विधायक पर साधु को सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद जसवंतपुरा पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा। पुलिस को एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, लेकिन उसमें लिखी बातों का खुलासा पुलिस ने नहीं किया है। हांलाकि, संत समाज के लोग सुसाइड नोट को सार्वजनिक करने की मांग कर रहे हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार राजपुरा गांव में मंदिर के बाहर सड़क किनारे खड़े पेड़ पर संत रविनाथ महाराज का शव लटकता हुआ था। शुक्रवार सुबह लोगों ने शव देखा तो पुलिस और ग्रामीणों को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को उतारकर पीएम के लिए अस्पताल भेजा। इस दौरान पुलिस को संत के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। संत की आत्महत्या की खबर लगने के बाद मौके पर साधु-संतों की भीड़ जुट गई।
वहीं, दलित समुदाय के लोगों का आरोप है कि सुसाइड नोट को सार्वजनिक करके नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए अन्यथा शव को उतारने नहीं दिया जाएगा। जिसके चलते गतिरोध चल रहा है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार बीते दिनों भीनमाल के विधायक पूराराम चौधरी और व संत रविदास के बीच किसी बात को लेकर बहस हुई थी। उसके बाद आत्महत्या का मामला सामने आया है। ऐसे में दलित समुदाय में आक्रोश व्याप्त है।
जानकारी के अनुसार आश्रम के पीछे भीनमाल विधायक पूराराम सहित कुछ लोगों की जमीन है, लेकिन रास्ता नहीं था। इस पर साधु के आश्रम में से रास्ता लेने को लेकर विवाद चल रहा था।