जोधपुर: सूर्यनगरी जोधपुर में भारी बारिश (Heavy monsoon rain) से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गई। जोधपुर में बरसात ने भारी तबाही मचाई है, जहां रविवार के बाद से लगातार हालात बिगड़ रहे है। जिले में बीते 2 दिनों से बारिश के 7 लोगों को जान गंवानी पड़ी है। आंकड़ों के लिहाज से देखें तो बीते 15 सालों में जोधपुर में इस बार सबसे अधिक बारिश देखी गई है। इधर जोधपुर जिले में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालातों के बीच जिले में सभी सरकारी और निजी स्कूल लगातार तीसरे दिन भी बंद रखे गए हैं।
वहीं लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और जलभराव वाले क्षेत्रों में सरकारी मदद पहुंचाने के लिए प्रशासनिक स्तर के अधिकारी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। बारिश से बाद के हालात को देखते हुये जिला प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है। वहीं जलभराव वाले स्त्रोतों से दूर रहने की अपील की है। वहीं, बाढ़ जैसे हालात पैदा होने पर सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। आर्मी की नावों से लोगो को निकालने का काम शुरू हो गया है। सेना के जवानों द्वारा पानी से घिरे इलाकों में खाने-पीने के सामान की भी सप्लाई की जा रही है।
इस बार पश्चिमी राजस्थान में अच्छी बारिश
बता दें कि इस बार मानसून में प्रदेश के कई जिलों में बादल जमकर बरस रहे हैं। मानसून में इस बार पश्चिमी राजस्थान के जिले सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं जहां जोधपुर सहित जैसलमेर, पाली, नागौर में भारी बारिश के बाद लोगों का जीवन मुश्किलों में पड़ गया है।
बैठवासियां बांध टूट गया
जानकारी के मुताबिक जोधपुर जिले के बालेसर का बैठवासियां बांध पानी की ज्यादा आवाक होने से टूट गया है। इससे पानी का सैलाब निकल पड़ा। यह पानी आसपास के गांवों में घुस गया। लोगों ने इसका वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया। लोग अब बारिश के आगे हाथ जोड़ते हुये इसके रुकने की प्रार्थना कर रहे हैं। सोमवार शाम को शुरू हुआ बारिश का सिलसिला बुधवार रात तक रुक-रुककर जारी रहा।