जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात कर राजस्थान से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। दरअसल, देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर काबिज राष्ट्रपति मुर्मू से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की यह पहली शिष्टाचार भेंट थी।
बता दें कि कल दिल्ली के रामलीला मैदान में महंगाई के खिलाफ होने वाली कांग्रेस की राष्ट्रव्यापी रैली में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज दिल्ली पहुंचे हैं। सीएम गहलोत आज शाम 3 बजे जयपुर से हेलीकॉप्टर के जरिए दिल्ली के लिए रवाना हुए और 4 बजे दिल्ली पहुंचे।
राष्ट्रपति भवन पहुंचकर राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू से शिष्टाचार मुलाकात की। pic.twitter.com/uWJuC7lZdq
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 3, 2022
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रैली की तैयारियों का जायजा लेंगे
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज शाम दिल्ली पहुंचने के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल, मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश सहित कई अन्य नेताओं के साथ कल रामलीला मैदान में होने वाली राष्ट्रव्यापी रैली की तैयारियों का जायजा भी लेंगे और दिशा निर्देश देकर तैयारियों को अंतिम रूप भी देंगे। बताया जाता है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की गैर-मौजूदगी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केसी वेणुगोपाल ही राष्ट्रव्यापी की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
महंगाई रैली के बाद गुजरात जाएंगे
मुख्यमंत्री गहलोत प्रदेश के सभी नेताओं के साथ रैली में शामिल होंगे। इसके साथ ही बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी दिल्ली के लिए रवाना होंगे। वहीं इसके बाद सीएम गहलोत 5 सितंबर को राहुल गांधी के साथ अहमदाबाद जाएंगे। राहुल गांधी साबरमती रिवरफ्रंट पर संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री का 7 सितंबर को चेन्नई जाने का भी कार्यक्रम है। भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत के दौरान भी सीएम गहलोत मौजूद रहेंगे।
महंगाई पर हल्ला बोल रैली को करेंगे संबोधित
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य नेता ‘महंगाई पर हल्ला बोल’ रैली को संबोधित करेंगे। इसमें देश के अन्य हिस्सों के अलावा दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के पार्टी कार्यकर्ता शामिल होंगे। यह रैली सात सितंबर से कन्याकुमारी से कश्मीर तक विपक्षी पार्टी की 3,500 किलोमीटर की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से पहले हो रही है, जहां राहुल गांधी देश भर में यात्रा कर महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर जोर देंगे और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देंगे।