Sunil Jakhar Resign: पंजाब में 15 अक्टूबर को होने वाले पंचायत चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। बीजेपी अध्यक्ष पद से कद्दावर नेता सुनील जाखड़ के इस्तीफा देने की खबर है। हालांकि उनके पीए इस्तीफे की खबरों को खारिज कर रहे हैं। इस बीच पंजाब भाजपा के महासचिव अनिल सरीन ने भी जाखड़ के इस्तीफे की खबरों को खारिज किया है। सरीन ने कहा कि विपक्षी दलों की ओर से उनके इस्तीफे का प्रोपेगेंडा फैलाया गया है। सारी खबरें आधारहीन और गलत हैं।
सवाल ये है कि आखिर सुनील जाखड़ के बीजेपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की चर्चा क्यों हुई? सूत्रों के हवाले से जो जानकारी निकलकर सामने आ रही है, उसके मुताबिक सुनील जाखड़ बीजेपी में सिख नेता रवनीत सिंह बिट्टू को मिलती तरजीह से खफा हैं। जुलाई में ही सुनील जाखड़ ने पंजाब बीजेपी की बैठकों में भाग लेने से मना कर दिया था।
कांग्रेस छोड़ बीजेपी में हुए शामिल
बता दें कि बीजेपी ने जुलाई 2023 में सुनील जाखड़ को पंजाब बीजेपी की कमान सौंपी थी। जाखड़ कांग्रेस में रहते हुए दो बार विधायक और एक बार लोकसभा सदस्य रह चुके हैं। वह पंजाब में कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान जाखड़ ने सक्रिय राजनीति से संन्यास की घोषणा कर दी थी, माना गया था कि अमरिंदर सिंह को हटाने के बाद मुख्यमंत्री न बनाए जाने से जाखड़ नाराज थे। मई 2022 में सुनील जाखड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे।
रवनीत बिट्टू के बढ़ते कद से नाराजगी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सुनील जाखड़ बीजेपी में पंजाब के नेता रवनीत सिंह बिट्टू के बढ़ते कद से नाखुश हैं। बीजेपी ने पहले रवनीत बिट्टू को लुधियाना से चुनाव लड़ाया और हारने के बावजूद उन्हें राज्यसभा भेजा। पार्टी ने बिट्टू को रेल राज्य मंत्री भी बनाया है। बिट्टू हाल के दिनों में राहुल गांधी को आतंकी कहकर चर्चा में आए हैं।
पहले ही जता दी थी पद छोड़ने की इच्छा
खबरों के मुताबिक जाखड़ ने जालंधर उपचुनाव के दौरान ही पीएम मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सूचित किया था कि वह प्रदेश अध्यक्ष का पद नहीं संभालना चाहते हैं, लेकिन तब जाखड़ की बात को गंभीरता से नहीं लिया गया। खबरें तो ये भी हैं कि जाखड़ ने अमित शाह को भी पत्र लिखकर इस्तीफा देने की पेशकश की थी।
जाखड़ के इस्तीफे के दो कारण निकलकर सामने आए हैं। पहला कि पंजाब बीजेपी में बाहरी बनाम पुराने का मुद्दा चरम पर है। दूसरा पार्टी ने जाखड़ को राज्यसभा नहीं भेजा। जाखड़ के इस्तीफा देने की पेशकश किए जाने के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें बुलाया था, इसके बाद पीएम मोदी से भी मिलने के लिए उन्हें बुलाया गया था।
निजी सचिव ने खारिज की इस्तीफे की बात
हालांकि जाखड़ के निजी सचिव संजीव त्रिखा ने इस्तीफे की बात को खारिज किया है। सुनील जाखड़ के एक्स अकाउंट पर अभी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष लिखा हुआ है। हालांकि जिस तरह से सुनील जाखड़ ने बीजेपी की बैठकों और पार्टी के कार्यक्रमों से दूरी बनाई है, वह बताता है कि कहीं न कहीं आग है, तभी धुआं उठ रहा है।